क्या मनीष सिसोदिया ने आईपीएस वाई पूरन कुमार को श्रद्धांजलि दी और परिजनों से मुलाकात की?

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क्या मनीष सिसोदिया ने आईपीएस वाई पूरन कुमार को श्रद्धांजलि दी और परिजनों से मुलाकात की?

सारांश

मनीष सिसोदिया ने आईपीएस वाई पूरन कुमार को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार से मुलाकात की। इस घटना से देश भर में शोक है। क्या यह उन दलितों के लिए चेतावनी है जो चुप हैं?

Key Takeaways

  • मनीष सिसोदिया ने आईपीएस अधिकारी को श्रद्धांजलि दी।
  • घटना ने जातिगत भेदभाव पर सवाल उठाए।
  • परिवार से मुलाकात कर ढाढ़स बंधाया गया।
  • देश भर में शोक की लहर है।
  • यह घटना सामाजिक चेतना का प्रतीक है।

चंडीगढ़, 11 अक्तूबर (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को चंडीगढ़ पहुंचकर आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार को श्रद्धांजलि दी। मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर यह जानकारी दी।

आप नेता मनीष सिसोदिया ने एक्स पर लिखा कि आज वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार से मुलाकात की।

उन्होंने लिखा कि एक पढ़े-लिखे, सक्षम परिवार का बेटा...सिर्फ दलित होने की वजह से इतना प्रताड़ित किया गया कि उसे अपनी जान तक लेनी पड़ी। सोचिए, अगर एक दलित आईपीएस अधिकारी के साथ ऐसा हो सकता है, अगर देश के चीफ जस्टिस तक को दलित होने के कारण अपमानित किया जा सकता है तो एक आम दलित नागरिक के साथ ये लोग क्या-क्या करेंगे।

उन्होंने लिखा कि शर्म आती है ऐसे नेतृत्व पर, जो इस घिनौनी सोच को बढ़ावा दे रहा है और अपराधियों पर कार्रवाई करने का साहस नहीं जुटा पा रहा। सत्ता में बैठे लोग देश को फिर से जाति, ऊंच-नीच और अपमान के अंधे दौर में धकेल रहे हैं और ये हर उस इंसान के लिए चेतावनी है जो अभी चुप हैं।

वहीं, आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया कि आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार के परिवार से आप नेता मनीष सिसोदिया ने मुलाकात की और ढाढ़स बंधाया।

जब से यह घटना घटी है, तब से पूरा देश स्तब्ध है। इस दुखद हादसे के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। जिस तरह से पुलिस और प्रशासन का कंडक्ट रहा है, वह तमाम सवाल खड़े करता है।

पूरे देश में दलितों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जातिगत दुर्भावना से देश के सीजेआई और आईपीएस अधिकारी तक वंचित नहीं रहे हैं। सीजेआई को धमकी देने के मामले में पंजाब सरकार ने कार्रवाई की तो ऐसा पूरे देश में क्यों नहीं हो रहा है?

इससे पहले आम आदमी पार्टी ने कहा कि दलित आईपीएस की आत्महत्या पर हरियाणा की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी साबित करती है कि जब बात दलित को न्याय देने की हो तो प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा हमेशा दलितों का उत्पीड़न करने वाले दोषियों के साथ खड़े होते हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि इस घटना में केवल एक व्यक्ति की मौत का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज में गहरे जातिगत पूर्वाग्रह की एक झलक है। हमें इस पर विचार करना होगा कि क्या हम एक ऐसे देश में रह रहे हैं जहाँ एक दलित आईपीएस अधिकारी को अपनी जान गंवानी पड़ती है। यह एक चेतावनी है कि हमें अपनी आवाज उठानी चाहिए।
NationPress
11/10/2025

Frequently Asked Questions

मनीष सिसोदिया ने किसे श्रद्धांजलि दी?
मनीष सिसोदिया ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार को श्रद्धांजलि दी।
सिसोदिया ने परिवार से क्या कहा?
उन्होंने परिवार से मुलाकात कर ढाढ़स बंधाया।
इस घटना का समाज पर क्या प्रभाव है?
यह घटना जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता की गंभीरता को उजागर करती है।