क्या मथुरा जेल में 36 महिला बंदियों ने करवा चौथ का व्रत रखा?

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क्या मथुरा जेल में 36 महिला बंदियों ने करवा चौथ का व्रत रखा?

सारांश

मथुरा जेल में करवा चौथ का पर्व एक अनोखे ढंग से मनाया गया, जहां 36 महिला बंदियों ने अपने पतियों की लंबी उम्र की कामना करते हुए व्रत रखा। इस कार्यक्रम में सादगी और भक्तिभाव का समावेश किया गया।

Key Takeaways

  • 36 महिला बंदियों ने करवा चौथ का व्रत रखा।
  • जेल में मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
  • जेल प्रशासन ने विशेष मुलाकात का अवसर प्रदान किया।
  • सामाजिक और धार्मिक पर्वों का सम्पूर्ण सम्मान किया गया।
  • महिलाओं को व्रत वाली डाइट उपलब्ध कराई गई।

मथुरा, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। करवा चौथ का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह दिन विवाहित महिलाओं के लिए अत्यंत विशेष होता है। यह व्रत पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की कामना से जुड़ा है। इस बार मथुरा जिला कारागार में भी यह त्योहार एक अनोखे तरीके से मनाया जा रहा है। जेल की चारदीवारी के अंदर सीमित आजादी के बावजूद यहां की माहौल ने रंगीनता भर दी है।

जेल प्रशासन और समाजसेवी संस्था खजानी वेलफेयर एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में 36 महिला बंदियों ने अपने पतियों की लंबी उम्र की कामना करते हुए व्रत रखा।

जेल अधीक्षक अंशुमन गर्ग के निर्देश पर इस आयोजन के लिए दो दिन पहले से तैयारियों का काम शुरू कर दिया गया था। इस सादगी और भक्तिभाव से भरे आयोजन में व्रती महिलाओं के लिए पूजन सामग्री, साड़ी, मिट्टी के करवे और संपूर्ण श्रृंगार सामग्री की व्यवस्था की गई, ताकि वे पारंपरिक विधि-विधान के अनुसार इस पर्व को मनाने में सक्षम हो सकें।

त्योहार के उत्साह को बढ़ाने के लिए एक मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें महिला बंदियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली महिलाओं को पुरस्कृत भी किया गया। वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से सभी व्रती महिलाओं को करवा चौथ व्रत से संबंधित सामग्री भी वितरित की गई।

व्रत रखने वाली 36 महिलाओं में से 13 ऐसी हैं, जिनके पति भी इसी जेल में बंद हैं। जेल प्रशासन ने इन दंपतियों के लिए शाम को मुलाकात का खास अवसर प्रदान किया है।

जेल अधीक्षक अंशुमन गर्ग ने बताया कि जिला कारागार मथुरा में कुल 84 महिलाएं निरुद्ध हैं, जिनमें से 30 ने करवाचौथ का व्रत रखा है। हमारा प्रयास है कि जेल में बंद महिलाएं भी अपने सामाजिक और धार्मिक पर्वों को पूरे सम्मान और श्रद्धा के साथ मना सकें। ऐसे आयोजनों से उनके मनोबल में वृद्धि होती है और उन्हें मुख्यधारा में लौटने की प्रेरणा मिलती है। व्रत रखने वाली महिलाओं को मैनुअल के अनुसार व्रत वाली डाइट भी उपलब्ध कराई जा रही है।

Point of View

यह घटना हमें बताती है कि समाज के हर हिस्से में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्वों का महत्व है। जेल में बंद महिलाएं भी अपने अधिकारों और भावनाओं के प्रति जागरूक हैं। ऐसे आयोजनों से उनकी मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास किया जा रहा है।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

करवा चौथ का व्रत क्या है?
करवा चौथ एक पारंपरिक पर्व है, जो विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए मनाया जाता है।
मथुरा जेल में यह पर्व कैसे मनाया गया?
मथुरा जेल में महिला बंदियों ने समाजसेवी संगठन की मदद से करवा चौथ का व्रत रखा, जिसमें पूजा सामग्री और मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
क्या जेल में व्रत रखने वाली महिलाओं के पति भी वहीं हैं?
हाँ, 36 व्रति महिलाओं में से 13 महिलाओं के पति भी इसी जेल में निरुद्ध हैं।