क्या योगी सरकार ने मथुरा के धार्मिक स्थलों के विकास के लिए 40 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की?

सारांश
Key Takeaways
- मथुरा के लिए 40 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है।
- शनिदेव मंदिर के लिए 25 करोड़ की राशि आवंटित की गई है।
- चील घाट के विकास के लिए 7 करोड़ की धनराशि है।
- स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- मथुरा में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
मथुरा, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने मथुरा के धार्मिक स्थलों के समग्र विकास हेतु 40 करोड़ की धनराशि की स्वीकृति दी है। इस पैकेज के अंतर्गत शनिदेव मंदिर, चील घाट, और अष्टसखी स्थल समेत कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को प्रगति दी जाएगी।
इसकी जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शनिदेव मंदिर के विकास के लिए 25 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। इस धनराशि का उपयोग मंदिर परिसर में पर्यटक सुविधा केंद्र (टीएफसी), पार्किंग, और अन्य आवश्यक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए किया जाएगा। यह कदम मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और उनकी यात्रा को और सुगम बनाने में मदद करेगा।
इसके अलावा, चील घाट के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए 7 करोड़ और अष्टसखी स्थल के लिए 1 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। छाता क्षेत्र के धार्मिक स्थलों के समग्र विकास के लिए कुल 50 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है, जिसमें से 33 करोड़ की राशि वर्तमान में जारी की गई है।
लक्ष्मी नारायण चौधरी ने आगे कहा कि इससे पहले 7 करोड़ की धनराशि पहले ही जारी की जा चुकी थी, जिसका उपयोग विभिन्न विकास कार्यों में किया जा रहा है। योगी सरकार ब्रज क्षेत्र के चौतरफा विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल न केवल धार्मिक स्थलों की स्थिति को बेहतर बनाएगी, बल्कि मथुरा में पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
उन्होंने कहा कि इन धार्मिक स्थलों के विकास से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और साथ ही देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर माहौल मिलेगा। अयोध्या, काशी की तरह मथुरा को विकसित करने का लक्ष्य हमारी सरकार ने रखा है और हम लगातार इस दिशा में कार्यरत हैं। मेरे विधानसभा क्षेत्र में जो भी धार्मिक स्थल है, उसे नया स्वरूप दिया जा रहा है।