क्या मेकांग नदी पर 158वां चीन-लाओस-म्यांमार-थाईलैंड संयुक्त गश्ती अभियान शुरू हो गया?

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क्या मेकांग नदी पर 158वां चीन-लाओस-म्यांमार-थाईलैंड संयुक्त गश्ती अभियान शुरू हो गया?

सारांश

क्या मेकांग नदी पर 158वां चीन-लाओस-म्यांमार-थाईलैंड संयुक्त गश्ती अभियान वास्तव में शुरू हुआ? इस अभियान के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण कानून प्रवर्तन आदान-प्रदान कार्यक्रम भी होंगे। जानिए इस अभियान के महत्व और इसके पीछे के उद्देश्यों के बारे में और किस प्रकार यह चार देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा।

Key Takeaways

  • चार देशों का संयुक्त गश्ती अभियान.
  • मेकांग नदी बेसिन की सुरक्षा.
  • कानून प्रवर्तन सहयोग को बढ़ावा.
  • सीमा पार अपराध की रोकथाम.
  • संस्कृति और कौशल का आदान-प्रदान.

बीजिंग, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मेकांग नदी पर 158वां चीन-लाओस-म्यांमार-थाईलैंड संयुक्त गश्ती और कानून प्रवर्तन अभियान आरंभ हो चुका है। इस कार्यक्रम के दौरान, श्रृंखलाबद्ध कानून प्रवर्तन आदान-प्रदान कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।

अभियान की शुरुआत से पूर्व, चार देशों के संबंधित कानून प्रवर्तन विभागों ने दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के शीश्वांगपान्ना ताई जातीय स्वायत्त प्रिफेक्चर के चिंगहोंग शहर में एक संयुक्त कमांडरों की बैठक और एक सूचना विनिमय बैठक आयोजित की।

इस दौरान, उन्होंने मेकांग नदी बेसिन में हाल की सुरक्षा स्थिति और सीमा पार अपराध की स्थिति का संयुक्त रूप से विश्लेषण किया, संयुक्त शासन उपायों पर बातचीत की और बेसिन में एक ठोस सुरक्षा रेखा बनाने तथा जलमार्ग स्थिरता बनाए रखने पर आम सहमति बनाई।

बताया गया है कि इस अभियान में भाग लेने वाली लाओस की तीन कानून प्रवर्तन नौकाओं ने 30 सितंबर को शीश्वांगपान्ना की यात्रा की। इस दौरान, लाओस के अतिथियों ने युन्नान प्रांत के सार्वजनिक सुरक्षा विभाग की जल गश्ती वाहिनी का मैत्रीपूर्ण दौरा किया। दोनों पक्षों ने कानून प्रवर्तन नौका निर्माण के मानकीकरण, व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण, कानून प्रवर्तन क्षमता सुधार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे विषयों पर मित्रवत रूप से आदान-प्रदान किया, जिससे कानून प्रवर्तन सहयोग की मैत्री और गहरी हुई और दोनों पक्षों की व्यावसायिक कानून प्रवर्तन क्षमताएं बढ़ीं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

यह अभियान महत्वपूर्ण है। यह न केवल कानून प्रवर्तन की क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि चारों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को भी बढ़ावा देगा।
NationPress
22/10/2025