क्या महाराष्ट्र में 'बेटी है तो कल है' कार्यक्रम ने महिलाओं के अधिकारों पर ध्यान केंद्रित किया?

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क्या महाराष्ट्र में 'बेटी है तो कल है' कार्यक्रम ने महिलाओं के अधिकारों पर ध्यान केंद्रित किया?

सारांश

मीरा-भायंदर में 'बेटी है तो कल है' कार्यक्रम ने महिलाओं और बेटियों के प्रति सम्मान को दर्शाया। चिराग पासवान और देवेश चंद्र ठाकुर जैसे नेताओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को विशेष बना दिया। जानिए इस कार्यक्रम के उद्देश्यों और नेताओं के विचारों के बारे में।

Key Takeaways

  • महिलाओं का सम्मान - बेटियों की भूमिका को पहचानना आवश्यक है।
  • नेताओं का योगदान - कार्यक्रम में शामिल नेताओं ने समाज में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • राजनीतिक जागरूकता - बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं का आत्मविश्वास।
  • जाति और धर्म का विभाजन - नेताओं ने इस समस्या पर चिंता व्यक्त की।
  • युवाओं की भूमिका - युवा नेताओं का समाज में योगदान महत्वपूर्ण है।

मीरा-भायंदर, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के मीरा-भायंदर में 'बेटी है तो कल है' का आयोजन महिलाओं और बेटियों के प्रति सम्मान दिखाने के लिए किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार से आए कई प्रमुख नेता शामिल हुए, जिनमें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और सीतामढ़ी से जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर प्रमुख थे।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में बेटियों की अहमियत को पहचान दिलाना और महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना था।

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "मैं यह संदेश देना चाहता हूं कि अगर महिलाएं और लड़कियां हैं, तो हम हैं। वे सृष्टि का सार हैं।"

कार्यक्रम के बाद, बिहार विधानसभा चुनाव के संबंध में बोलते हुए उन्होंने कहा, "हम बिहार में चुनाव की दहलीज पर खड़े हैं। आज यहां, मैंने बिहार के कई लोगों से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वे एक ऐसी सरकार चुनें जो वास्तव में जवाबदेह हो।" उन्होंने आगे कहा कि बिहार के कई नेता जाति और धर्म के नाम पर विभाजन कर रहे हैं, जिससे राज्य बर्बाद हो गया है। "इस बार, एनडीए 225 से अधिक सीटों के साथ बिहार में सरकार बनाएगा।"

सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा, "नारी जाति का सम्मान करो, इसी से सृष्टि बनी है और इसी से सृष्टि चलती रहेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि यह एक बहुत अच्छा कार्यक्रम है, जो बिहार में भी वर्षों से चल रहा है।

उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आत्मविश्वास जताते हुए कहा, "इस बार बिहार में एनडीए की एकतरफा सरकार बन रही है। मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार ही चेहरा होंगे और उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा।" देवेश चंद्र ठाकुर ने चुनाव को लेकर आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि एनडीए 100 प्रतिशत जीत दर्ज करेगी।

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने वोट चोरी के आरोपों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। "आज से 20 साल पहले वोट चोरी कौन करता था, ये बात जनता भली-भांति जानती है।"

उन्होंने चिराग पासवान की तारीफ करते हुए कहा कि "चिराग पासवान एक उभरते हुए युवा नेता हैं और हमें गर्व है कि वे भारत सरकार में मंत्री हैं।"

Point of View

बल्कि यह भी दर्शाया कि समाज में सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता है। नेताओं की उपस्थिति और उनके विचार दर्शाते हैं कि वे इस दिशा में गंभीर हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो हमारे समाज को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
NationPress
14/09/2025

Frequently Asked Questions

बेटी है तो कल है कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बेटियों की भूमिका को सम्मानित करना और महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
कौन-कौन से नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे?
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर सहित कई अन्य नेता शामिल हुए।
इस कार्यक्रम में क्या मुख्य बातें कही गईं?
नेताओं ने महिलाओं के सम्मान और आगामी चुनाव के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने बिहार की राजनीति में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया।