क्या मोहाली पुलिस ने फिरौती के लिए फायरिंग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब पुलिस ने फिरौती के लिए फायरिंग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- घटना में शामिल गिरोह का पता लगाया गया।
- पुलिस ने वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग किया।
- आरोपी पहले से कई मामलों में संलग्न थे।
- पुलिस की तत्परता से घटना का खुलासा हुआ।
मोहाली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के मोहाली पुलिस ने फिरौती के लिए एक होटल में फायरिंग करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से दो पिस्तौल और घटना में इस्तेमाल किया गया एक वाहन भी बरामद किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरमनदीप सिंह हंस ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि यह कार्रवाई डीआईजी रूपनगर रेंज हरचरण सिंह भुल्लर के निर्देशों पर असामाजिक तत्वों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत की गई।
उन्होंने बताया कि 1 सितंबर 2025 को देर रात करीब 2 बजे डेराबस्सी के गुलाबगढ़ रोड स्थित अमन होटल में फायरिंग की घटना हुई थी। होटल मालिक करण कुमार की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया था।
जांच में पता चला कि यह गिरोह बाकरपुर और मटरान गांवों से काम कर रहा था। पुलिस ने जब छापेमारी शुरू की तो आरोपी फरार हो गए थे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस, प्रभारी एंटी-नारकोटिक्स सेल, एसएएस नगर मुबारिकपुर और प्रभारी स्पेशल सेल, मोहाली की अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। इन टीमों ने वैज्ञानिक और तकनीकी तरीकों का इस्तेमाल करते हुए जांच शुरू की और 8 दिनों के भीतर ही आरोपियों तक पहुंच गई।
हरमनदीप सिंह हंस ने बताया कि पुलिस ने सबसे पहले नवजोत सिंह उर्फ संटी को 7 सितंबर 2025 को मोहाली के सेक्टर 80 से गिरफ्तार किया। घटना के समय वह टू व्हीलर से जा रहा था।
इसके बाद गोली चलाने वाले मुख्य आरोपी अमनदीप सिंह उर्फ अमना को 8 सितंबर, 2025 को बरवाला के पास गांव सुल्तानपुर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 2 पिस्तौल, 4 मैगजीन और स्कूटी बरामद की है।
दोनों आरोपी पहले भी कई मामलों में शामिल रहे हैं और जमानत पर बाहर थे। आरोपी अमनदीप ने अपनी पहचान छिपाने के लिए घटना से पहले अपनी दाढ़ी कटवा ली थी। गिरोह का एक और सदस्य अनिकेत सिंह अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।