क्या बिहार के मोहनिया से जन सुराज पार्टी की गीता पासी का नामांकन जनता के लिए एक नई उम्मीद है?

सारांश
Key Takeaways
- गीता पासी का नामांकन मोहनिया के लिए एक नई उम्मीद है।
- भाजपा पर गंभीर आरोप और गरीबों के शोषण का आरोप।
- चांदनी चौक पर जाम की समस्या को खत्म करने का वादा।
- महिला कॉलेज की स्थापना और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार।
- मोहनिया विधानसभा में चुनावी सरगर्मी बढ़ी।
कैमूर, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया विधानसभा (अ.जा.) से जन सुराज पार्टी की उम्मीदवार गीता पासी ने शनिवार को अनुमंडल कार्यालय में अपना नामांकन प्रस्तुत किया।
गीता पासी, जो दो बार जिला परिषद की सदस्य रह चुकी हैं, ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मोहनिया की जनता उन्हें विधानसभा में देखना चाहती थी। जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए उन्हें टिकट प्रदान किया।
गीता पासी ने कहा, "भाजपा और अन्य कुछ पार्टियां गरीबों का शोषण कर रही हैं। मेरे पास टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन प्रशांत किशोर ने मेरी क्षमता को पहचाना और मुझे यह अवसर दिया। यह जनता की मांग और उनकी सेवा की भावना का परिणाम है।"
उन्होंने मोहनिया के विकास के लिए अपनी प्राथमिकताएं भी बताईं। उन्होंने कहा कि यदि मैं चुनाव जीतती हूं, तो चांदनी चौक पर जाम की समस्या को समाप्त करूंगी। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना और लड़कियों के लिए एक महिला कॉलेज की स्थापना मेरी प्राथमिकता होगी।
कैमूर जिले में दूसरे चरण के तहत 11 नवंबर को मतदान होना है। सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों के नामांकन की प्रक्रिया में व्यस्त हैं। गीता पासी के नामांकन के बाद मोहनिया विधानसभा में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। उनका कहना है कि वह जनता की आवाज बनकर विधानसभा में उनके हितों के लिए लड़ेंगी।
इससे पहले, गीता पासी भाजपा में थीं, लेकिन टिकट न मिलने पर उन्होंने जन सुराज पार्टी का दामन थामा। अब वह मोहनिया की जनता के भरोसे पर खरा उतरने के लिए पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरी हैं।