क्या मोरारी बापू की राम यात्रा 11 दिनों में 8,000 किमी की आध्यात्मिक यात्रा है?

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क्या मोरारी बापू की राम यात्रा 11 दिनों में 8,000 किमी की आध्यात्मिक यात्रा है?

सारांश

मोरारी बापू की ऐतिहासिक ‘राम यात्रा’ 25 अक्टूबर से शुरू हो रही है। इस 11 दिवसीय यात्रा में 8,000 किमी की यात्रा कर भक्त भगवान राम के वनवास के मार्ग का अनुसरण करेंगे। उनके साथ 411 भक्तों की टोली होगी, जो 9 अद्भुत राम कथाएं सुनेंगे।

Key Takeaways

  • यात्रा का आयोजन 25 अक्टूबर से शुरू होगा।
  • यह यात्रा 11 दिनों में 8,000 किलोमीटर की यात्रा करेगी।
  • यात्रा में 411 भक्त एक विशेष ट्रेन से यात्रा करेंगे।
  • सभी राम कथाएं निःशुल्क और समावेशी होंगी।
  • यात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म के मूल्यों को जीवंत करना है।

नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और रामायण के प्रणालीकार पूज्य मोरारी बापू 25 अक्टूबर से 4 नवंबर तक दूसरी ऐतिहासिक ‘राम यात्रा’ की ओर बढ़ रहे हैं। यह 11 दिवसीय यात्रा भगवान राम के वनवास के पवित्र मार्ग का अनुसरण करते हुए चित्रकूट से प्रारंभ होकर रामेश्वरम, कोलंबो, और अंततः अयोध्या में समाप्त होगी।

यह यात्रा सनातन धर्म के मूल्यों, भक्ति और करुणा को जीवन्त करते हुए भारत और श्रीलंका के आध्यात्मिक स्थलों को जोड़ने का कार्य करेगी। यात्रा की शुरुआत शनिवार (25 अक्टूबर) को चित्रकूट के अत्रि मुनि आश्रम से होगी, जहां पहली राम कथा का आयोजन किया जाएगा। 411 भक्त एक विशेष 22-कोच वाली ट्रेन से 8,000 किलोमीटर की यात्रा करेंगे, जिसमें 9 राम कथाएं शामिल होंगी।

ये कथाएं अगस्त्य मुनि आश्रम (सतना), पंचवटी (महाराष्ट्र), शबरी आश्रम (कर्नाटक), ऋषिमुक्त पर्वत (हम्पी), पर्वश्चर्द पर्वत (कर्नाटक), रामेश्वरम (तमिलनाडु), कोलंबो (श्रीलंका), और अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में होंगी। रामेश्वरम से कोलंबो और कोलंबो से अयोध्या की यात्रा हवाई मार्ग से होगी। सभी कथाएं निःशुल्क और समावेशी होंगी, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल हो सकेंगे।

मोरारी बापू ने कहा, "यह यात्रा केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि भगवान राम के धर्म और करुणा के मार्ग का स्मरण है। जहां उनका नाम प्रेम से लिया जाता है, वह स्थान अयोध्या बन जाता है।"

यह यात्रा संतकृपा सनातन संस्थान के मदन जी पालीवाल द्वारा आयोजित की जा रही है। यात्रा में भक्तों को प्रतिदिन तीन बार प्रसाद के रूप में शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा।

यह दूसरी राम यात्रा है, पहली राम यात्रा 2021 में अयोध्या से चित्रकूट और नंदीग्राम तक हुई थी। 78 वर्षीय बापू, जिन्होंने 14 साल की उम्र से राम कथा का आरंभ किया, अब तक 950 से अधिक कथाओं का आयोजन कर चुके हैं। उनकी कथाएं सत्य, प्रेम और करुणा पर केंद्रित हैं, जो भारत, श्रीलंका, अमेरिका, ब्राजील और जापान जैसे देशों में गूंज चुकी हैं।

उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदायों और युद्धग्रस्त क्षेत्रों जैसे यूक्रेन और इजरायल के लिए भी कथाएं की हैं। यह यात्रा रामचरित मानस की आंतरिक और बाह्य यात्रा को जीवंत करेगी, जो सनातन धर्म की एकता और समावेशिता को दर्शाएगी।

Point of View

मोरारी बापू की यह यात्रा न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह समर्पण और करुणा का संदेश भी देती है। यह यात्रा हमें एकता और समानता का पाठ पढ़ाती है, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल हो सकते हैं।
NationPress
22/10/2025

Frequently Asked Questions

राम यात्रा कब शुरू हो रही है?
राम यात्रा 25 अक्टूबर से शुरू हो रही है।
राम यात्रा में कितने भक्त शामिल होंगे?
इस यात्रा में 411 भक्त शामिल होंगे।
राम यात्रा का मार्ग क्या है?
यह यात्रा चित्रकूट से शुरू होकर रामेश्वरम, कोलंबो और अयोध्या में समाप्त होगी।
यात्रा में कितनी राम कथाएं होंगी?
यात्रा में कुल 9 राम कथाएं होंगी।
यात्रा का उद्देश्य क्या है?
इस यात्रा का उद्देश्य भगवान राम के धर्म और करुणा के मार्ग का स्मरण करना है।