क्या चुनाव से पहले मोतिहारी के थानों में लाइसेंसी हथियार जमा कराने में आई तेजी?

सारांश
Key Takeaways
- मोतिहारी में लाइसेंसी हथियारों का सत्यापन हो रहा है।
- 19 सितंबर तक सत्यापन कराना अनिवार्य है।
- अवैध हथियारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- इस कदम का उद्देश्य शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।
- पुलिस ने छापेमारी कर अवैध हथियार भी बरामद किए हैं।
मोतिहारी, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में अवैध हथियारों के उपयोग को रोकने के लिए पुलिस ने मोतिहारी के विभिन्न थानों में लाइसेंसी हथियारों और कारतूसों के सत्यापन का अभियान आरंभ कर दिया है। नगर थाने में बड़ी संख्या में लाइसेंस धारक अपने शस्त्र और कारतूस का सत्यापन कराकर उन्हें जमा करने पहुंच रहे हैं।
सदर एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा, "सभी लोगों से अनुरोध है कि वे अपने हथियारों का सत्यापन करवा लें। जिन लोगों ने अभी तक सत्यापन नहीं कराया है, वे 19 सितंबर तक यह प्रक्रिया पूर्ण कर लें। इसके बाद जिनके पास अवैध हथियार पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने बताया कि लोगों को इस संबंध में पहले से ही सूचना दी गई थी। वर्तमान में 30 प्रतिशत हथियार जमा हो चुके हैं। 19 सितंबर के बाद संबंधित रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले सरकार के निर्देश पर यह सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। जिनके पास हथियार का लाइसेंस है, उन्हें अपने हथियार और संबंधित कागजात का थाने में जाकर सत्यापन कराना होगा। यह कदम चुनाव के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
इस बीच, 13 सितंबर को भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर घर से एके-47 सहित कई अवैध हथियार बरामद किए थे। इस मामले में दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान एक लोडेड एके-47 राइफल, एक बंदूक, दो लोडेड देसी पिस्तौल, एक देसी कट्टा, एक देसी थार्नेट (कार्बाइन जैसा), एक रिवॉल्वर, 76 कारतूस और पांच मैगजीन बरामद की गई थीं। इसके साथ ही, तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए थे। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में पंकज राय और अंकित कुमार शामिल हैं।