क्या मुजफ्फरनगर में प्रेमिका को ब्लैकमेल करने पर प्रेमी ने दोस्त की हत्या कर दी?

सारांश
Key Takeaways
- अनुज की हत्या ने प्रेम और विश्वास की सीमाओं को चुनौती दी।
- ब्लैकमेलिंग के चलते एक दोस्त की जान चली गई।
- पुलिस ने 48 घंटे में मामले का खुलासा किया।
- प्रेमिका ने अपने प्रेमी को सब कुछ बता दिया था।
- यह मामला समाज में रिश्तों की जटिलता को दर्शाता है।
मुजफ्फरनगर, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में मंसूरपुर थाने की पुलिस ने अनुज हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही, प्रेमिका सहित दो नाबालिगों को पुलिस संरक्षण में लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, मंसूरपुर थाना क्षेत्र में 21 जुलाई को अनुज, पुत्र विनोद, निवासी खानूपुर, अचानक लापता हो गया था। वह घर से कांवड़ देखने निकला था, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा। इस पर परिजनों ने मंसूरपुर थाने में मामला दर्ज कराया। जांच के दौरान पुलिस ने खानूपुर स्थित बंद पड़े शराब के ठेके के पास से लापता अनुज का शव बरामद किया।
इस मामले में पुलिस ने छानबीन कर अनुज की हत्या के मुख्य आरोपी अक्षय, पुत्र सेंसरपाल उर्फ भूधर, और उसके साथी अमन, पुत्र किशनपाल, और दीपक, पुत्र सहेंद्र, को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी मंसूरपुर थाना क्षेत्र स्थित दूधाहेड़ी गांव के निवासी हैं। पुलिस ने दो नाबालिगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिससे पूरा घटनाक्रम स्पष्ट हो गया।
मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने पुलिस लाइन स्थित सभागार में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मंसूरपुर थाने की पुलिस ने अनुज हत्याकांड को 48 घंटे के अंदर सुलझा लिया। इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए और दो बाल अपचारी पुलिस संरक्षण में हैं। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर चाकू बरामद किया गया है और उनके पास से दो मोबाइल भी मिले हैं।
एसपी सिटी ने कहा कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी अक्षय ने पुलिस को बताया कि उसका एक किशोरी के साथ प्रेम संबंध था और उसके फोन में किशोरी की तस्वीरें थीं। मृतक अनुज उसका दोस्त था। एक दिन अनुज ने उसके फोन में से उसकी प्रेमिका की तस्वीरों का वीडियो बना लिया और उसकी प्रेमिका का मोबाइल नंबर भी ले लिया।
अनुज उसकी प्रेमिका को ब्लैकमेल करने लगा। उसकी प्रेमिका ने सारी बात अपने प्रेमी अक्षय को बता दी। अक्षय ने अनुज को ऐसा करने से मना किया, लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद भी अनुज फोन और मैसेज करके उसकी प्रेमिका पर मिलने के लिए दबाव बनाता रहा। इस पर अक्षय ने अनुज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसने प्रेमिका से कहा कि तुम अनुज को फोन करके कांवड़ देखने के बहाने हाईवे पर बुला लो, फिर वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसे जंगल में ले जाकर ठिकाने लगा देंगे।
अक्षय की प्रेमिका ने 20 जुलाई की रात को कांवड़ देखने के बहाने अनुज को फोन करके बुला लिया और गुरुकुल स्कूल के पीछे बंद पड़े शराब ठेके के पास लेकर आई। वहां अक्षय अपने तीन साथियों (अमन, दीपक और एक अन्य) के साथ पहले से मौजूद था। जैसे ही अनुज वहां आया, आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और चाकू से उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी अनुज के शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए।