क्या जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट से 9 लोगों की जान गई?
सारांश
Key Takeaways
- नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट से 9 लोगों की जान गई।
- कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने दुःख व्यक्त किया।
- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जांच के आदेश दिए।
- डीजीपी ने आतंकवादी संबंधों को खारिज किया।
- विस्फोट की अस्थिर सामग्री के कारण हुआ।
नई दिल्ली, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए एक भयानक विस्फोट के कारण 9 लोगों की जान चली गई और कई अन्य लोग घायल हुए। इस दुखद घटना पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और विधायक परगट सिंह ने गहरा दुःख व्यक्त किया।
परगट सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा की गई एक पोस्ट में कहा, "जम्मू-कश्मीर से एक बेहद दुखद समाचार आया है। नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए विस्फोट में कई सुरक्षाकर्मियों की जान गई है और अनेक लोग घायल हुए हैं। रिपोर्टों के अनुसार, यह विस्फोट हाल ही में लाल किले पर हुए हमले से संबंधित विस्फोटकों की जाँच के दौरान हुआ। मैं मृतकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूँ।"
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विस्फोट के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं। उपराज्यपाल ने कहा, "सरकार दिवंगतों के परिवारों, मित्रों और प्रियजनों के साथ खड़ी है। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। मैंने आकस्मिक विस्फोट के कारणों की जांच का आदेश दिया है।"
डीजीपी नलिन प्रभात ने इस घटना में किसी भी प्रकार के आतंकवादी संबंध को खारिज करते हुए कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों पर अटकलें लगाना केवल अनावश्यक हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री नौगाम पुलिस स्टेशन लाई गई थी, जहाँ इसे सुरक्षित रूप से रखा गया था। बरामदगी की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण पिछले दो दिनों से विस्फोटक सामग्री के नमूने लिए जा रहे थे, ताकि उन्हें फोरेंसिक और रासायनिक जांच के लिए भेजा जा सके।
डीजीपी ने कहा कि विस्फोटक सामग्री की अस्थिर और संवेदनशील प्रकृति के कारण इसे अत्यधिक सावधानी से संभाला जा रहा था। दुर्भाग्यवश, शुक्रवार रात लगभग 11.20 बजे जब्त की गई सामग्री में आकस्मिक विस्फोट हो गया।
उन्होंने आगे कहा कि घटना के कारणों पर अटकलें लगाना अनावश्यक है। इस घटना में 9 लोगों की जान चली गई है, जिनमें विशेष जांच एजेंसी के एक कर्मचारी, दो राजस्व अधिकारी, एफएलएस टीम के तीन कर्मचारी, अपराध शाखा के दो फोटोग्राफर और एक दर्जी शामिल हैं। इसके साथ ही, पुलिस स्टेशन की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है और आसपास की इमारतें भी प्रभावित हुई हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस मृतकों के परिवारों के साथ पूरी तरह खड़ी है।