क्या नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदला जाएगा? सांसद खंडेलवाल ने रेल मंत्री को लिखा पत्र

सारांश
Key Takeaways
- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है।
- सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है।
- पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को सम्मानित करने का प्रयास।
- इस स्टेशन का नामकरण जनभावनाओं का सम्मान करेगा।
- देशभर में कई रेलवे स्टेशनों का नाम राष्ट्रीय नायकों पर रखा गया है।
नई दिल्ली, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजधानी दिल्ली का सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन (नई दिल्ली रेलवे स्टेशन) का नाम बदलकर 'अटल बिहारी वाजपेयी रेलवे स्टेशन' रखने की मांग उठाई गई है। इस संदर्भ में भाजपा के लोकसभा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर निवेदन किया है।
अपने पत्र में खंडेलवाल ने यह उल्लेख किया है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश का सबसे व्यस्त और प्रतिष्ठित रेलवे स्टेशन है, जो राजधानी का प्रमुख प्रवेश द्वार भी है। इस नाम को भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने से उनके योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि मिलेगी।
खंडेलवाल ने कहा कि पूर्व पीएम वाजपेयी न केवल एक कुशल वक्ता और दूरदर्शी नेता थे, बल्कि उन्होंने आर्थिक सुधार, बुनियादी ढांचे के विकास और भारत की वैश्विक पहचान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। दिल्ली न केवल उनकी राजनीतिक कर्मभूमि रही, बल्कि उनके जीवन से गहराई से जुड़ी भी रही है। इस प्रकार, दिल्ली के इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का नामकरण उनके नाम पर करना जनभावनाओं का सम्मान होगा।
उन्होंने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि देशभर में कई महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों और सार्वजनिक स्थलों का नाम राष्ट्रीय नायकों पर रखा गया है, जैसे कि मुंबई का 'छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस' और बेंगलुरु का 'क्रांतिवीर संगोली रायन्ना स्टेशन'। इस तर्ज पर नई दिल्ली स्टेशन का नाम भी अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जाना उचित होगा।
सांसद खंडेलवाल ने रेल मंत्री से इस प्रस्ताव पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और आवश्यक प्रक्रिया शुरू करने की अपील की है।
बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन एक अत्यधिक व्यस्त स्टेशन है, जहां से रोजाना सैकड़ों ट्रेनें परिचालित होती हैं।