क्या ओडिशा में पीएम मोदी के 75वें जन्मदिन पर 75 लाख पेड़ लगाए जाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन पर 75 लाख पेड़ लगाए जाएंगे।
- इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है।
- सभी नागरिकों को इस अभियान में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
- वृक्षारोपण के बाद पेड़ों की देखभाल भी आवश्यक है।
- यह एक जन आंदोलन बनने की दिशा में अग्रसर है।
भुवनेश्वर, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा सरकार ने घोषणा की है कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक विशाल वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के दूसरे चरण में ओडिशा के नागरिकों द्वारा एक ही दिन में राज्यभर में रिकॉर्ड 75 लाख (7.5 मिलियन) पेड़ लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लोक सेवा भवन में आयोजित एक बैठक में इस परियोजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा, "यह पौधारोपण अभियान प्रधानमंत्री मोदी को ओडिशा की ओर से एक उपहार होगा, जिन्होंने देश और ओडिशा के लिए अपूर्व योगदान दिया है। यह अभियान एक जन आंदोलन में तब्दील होना चाहिए।"
सीएम माझी ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत पिछले वर्ष प्रधानमंत्री मोदी ने की थी। इसका दूसरा संस्करण, 'एक पेड़ मां के नाम 2.0', 5 जून से 30 सितंबर, 2025 तक चलेगा, जिसका उद्देश्य राज्यभर में 7.5 करोड़ (75 मिलियन) पौधे लगाना है। पिछले वर्ष, ओडिशा ने 6.72 करोड़ पौधे लगाकर अपने लक्ष्य को पार किया और राष्ट्रीय स्तर पर चौथा स्थान हासिल किया।
उन्होंने वृक्षारोपण के बाद पेड़ों की देखभाल और सुरक्षा की महत्वपूर्णता पर भी बल दिया, और कहा कि इस पहल में वन, कृषि और किसान सशक्तिकरण जैसे कई विभाग शामिल होंगे। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, गैर सरकारी संगठनों, युवा संघों, स्वैच्छिक संगठनों, पंचायती राज संस्थाओं, स्कूलों, कॉलेजों और महिला स्वयं सहायता समूहों की सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
सीएम माझी ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को एक व्यापक और प्रभावशाली प्रचार अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया, ताकि 'एक पेड़ मां के नाम' केवल एक आयोजन न रहकर पर्यावरण संरक्षण का एक जन आंदोलन बन जाए।
उन्होंने कहा, "एक पेड़ लगाना ही काफी नहीं है। हर सरकारी कर्मचारी और नागरिक को इनकी देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।"
उन्होंने सुझाव दिया कि वृक्षारोपण गतिविधियां सामूहिक वनों, गांवों की सार्वजनिक भूमि, सड़क किनारे के क्षेत्रों और निजी जमीन पर केंद्रित की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हम नीम, करंज, इमली, अर्जुन, हरड़, बहेड़ा, कटहल, ताड़, अंजीर, कृष्णचूड़ा, पीपल, अशोक, जामुन, कदंब, और आंवला का वृक्ष लगा सकते हैं।
सीएम माझी ने कहा कि स्थानीय जलवायु और फल उत्पादन के लिए उपयुक्त पौधे वितरित किए जाने चाहिए।
पौधरोपण के आंकड़े और तस्वीरें निगरानी के लिए 'मेरी लाइफ' पोर्टल पर अपलोड की जाएंगी। पंचायत अधिकारियों को स्थानीय कार्यान्वयन और पर्यवेक्षण का काम सौंपा जाएगा। मुख्यमंत्री माझी ने उत्कृष्ट भागीदारी के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों स्तरों पर पुरस्कार देने की बात कही है।