क्या ओडिशा ने पीएमकेकेकेवाई योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष स्थान प्राप्त किया?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा ने पीएमकेकेकेवाई योजना के तहत शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- डीएमएफ निधि संग्रह में ओडिशा का 31,324 करोड़ रुपये का योगदान।
- केंद्रीय मंत्री ने ओडिशा के प्रयासों की सराहना की।
- जिला खनिज फाउंडेशन की स्थापना का उद्देश्य विकास परियोजनाओं का समर्थन करना।
- 10 वर्ष में डीएमएफ ने खनन प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नई दिल्ली, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा को प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (पीएमकेकेकेवाई) के तहत जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) निधि संग्रह और प्रभावी कार्यान्वयन में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने की मान्यता मिली है। भारत सरकार के खान मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक राष्ट्रीय कार्यशाला में राज्य को यह सम्मान प्रदान किया गया।
कार्यशाला में साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 25 अप्रैल, 2025 तक भारत में डीएमएफ निधि संग्रह का कुल आंकड़ा 1,08,212.42 करोड़ रुपये था। ओडिशा ने 31,324 करोड़ रुपये के संग्रह के साथ इस सूची में पहला स्थान प्राप्त किया, जिससे वह देश के शीर्ष पांच प्रदर्शन करने वाले राज्यों में सबसे आगे रहा।
ओडिशा सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए योजना एवं अभिसरण विभाग के अपर सचिव प्रद्युम्न कुमार महाकुड़ ने राज्य की ओर से प्रशंसा प्रमाण पत्र ग्रहण किया और उन्हें उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया।
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने डीएमएफ संग्रह में ओडिशा के सक्रिय प्रयासों और निधि उपयोग में पारदर्शिता की सराहना की। उन्होंने खनन प्रभावित क्षेत्रों में कल्याण और विकास सुनिश्चित करने में राज्य की अनुकरणीय भूमिका पर जोर दिया। इस अवसर पर खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे और केंद्रीय खान सचिव एल. कांता राव भी मौजूद थे, जिन्होंने ओडिशा के नेतृत्व की प्रशंसा की।
ओडिशा के क्योंझर के कलेक्टर सहित विभिन्न राज्यों के जिला कलेक्टरों ने डीएमएफ संचालन में सर्वोत्तम प्रथाओं पर प्रस्तुतियां दीं। अनुगुल जिला टीम ने डीएमएफ प्रबंधन में चुनौतियों, परिणामों और अपनाए गए नागरिक-केंद्रित समाधानों पर भी जानकारी साझा की।
कार्यशाला के दौरान डीएमएफ योजना की प्रमुख उपलब्धियों और सफलताओं को प्रदर्शित करने वाली एक कॉफी टेबल बुक का अनावरण किया गया। इसके साथ ही विभिन्न राज्यों के महिला स्वयं सहायता समूहों ने नई दिल्ली में जनपथ हैंडलूम हाट में आयोजित एक विशेष प्रदर्शनी में भाग लिया, जिसका उद्घाटन मंत्री किशन रेड्डी ने किया।
जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) परियोजना इस वर्ष अपनी स्थापना के 10 वर्ष पूरे कर रही है। खनन प्रभावित क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं को सहायता प्रदान करने के लिए 23 राज्यों के 646 जिलों में डीएमएफ की स्थापना की गई है। खनन रॉयल्टी से एकत्रित धन का उपयोग राज्य और केंद्र सरकार दोनों द्वारा महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका कार्यक्रमों को लागू करने के लिए किया जा रहा है।