क्या झारखंड के पलामू में बुजुर्ग की गला रेतकर हत्या हुई?
सारांश
Key Takeaways
- झारखंड के पलामू में हुई बुजुर्ग की हत्या अंधविश्वास से प्रेरित थी।
- पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
- हत्या के दौरान वीडियो बनाना अपराधियों की सजा को और बढ़ा सकता है।
पलामू, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के पलामू जिले में अंधविश्वास के चलते एक बुजुर्ग की हत्या उसके बेटे और रिश्तेदारों ने मिलकर की। पुलिस ने सोमवार को इस सनसनीखेज घटना का खुलासा किया है। इस मामले में आरोपी पुत्र समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने बुजुर्ग की हत्या करते समय वीडियो भी बनाया था।
पलामू की एसपी रिष्मा रमेशन ने बताया कि लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के डबरा गांव में 26 दिसंबर को पच्चू मोची का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया था। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि बुजुर्ग की हत्या निर्ममता से धारदार हथियार से गला रेतकर की गई थी। शुरू में मामला अज्ञात अपराधियों का प्रतीत हो रहा था, लेकिन तकनीकी साक्ष्य और पूछताछ ने कहानी की दिशा बदल दी।
पुलिस ने बताया कि लगभग तीन महीने पहले पच्चू मोची के 4,500 रुपए गायब हो गए थे। इसके बाद उन्होंने अपने घर के कुलदेवता की प्रतिमा को कबाड़ में डाल दिया। उसके बाद उनके रिश्तेदार धनंजय मोची के परिवार में लगातार दुखद घटनाएं घटने लगीं। परिवार के कुछ सदस्यों की मृत्यु और बच्चों की बीमारी को अंधविश्वास से जोड़ा गया।
पुलिस के अनुसार, गुड्डू मोची ने धनंजय मोची के साथ मिलकर अपने पिता पच्चू मोची की हत्या की योजना बनाई। इस हत्या के लिए 40 हजार रुपए की सुपारी तय की गई थी। गुड्डू मोची ने धनंजय को 7 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए, और फिर धनंजय ने अपने साले सत्येंद्र कुमार और मुनेश्वर कुमार को इसमें शामिल किया।
घटना के दिन तीनों आरोपी गांव पहुंचे और सुनसान जगह पर चाकू से पच्चू मोची की गर्दन पर वार कर दिया। वारदात के बाद उन्होंने हत्या का वीडियो भी बनाया, जिसे पुलिस ने मोबाइल फोन से बरामद किया है। सभी आरोपियों की उम्र 20-22 साल के बीच है। पुलिस ने मृतक के बेटे समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।