क्या अजित पवार के बेटे पर लगे आरोपों की जांच से बड़ा घोटाला टल गया?

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क्या अजित पवार के बेटे पर लगे आरोपों की जांच से बड़ा घोटाला टल गया?

सारांश

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार पर भूमि सौदे में अनियमितताओं के आरोपों की जांच शुरू हो गई है। संजय निरुपम ने कहा कि प्रदेश सरकार की यह पहल महत्वपूर्ण है। जानिए इस मामले में क्या हो रहा है और इससे राजनीतिक हलचल पर क्या असर पड़ेगा।

Key Takeaways

  • पार्थ पवार पर लगे आरोपों की जांच शुरू हो गई है।
  • संजय निरुपम ने प्रशासनिक जांच का समर्थन किया।
  • स्थानीय अधिकारी को निलंबित किया गया है।
  • सरकार की पारदर्शिता को सराहा गया है।
  • बिहार चुनाव में एनडीए की स्थिति मजबूत मानी जा रही है।

मुंबई, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार पर एक कथित भूमि सौदे में अनियमितताओं के आरोपों ने राजनीतिक हलचल को जन्म दिया है। इस संदर्भ में शिवसेना के नेता और प्रवक्ता संजय निरुपम ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले की प्रशासनिक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। मुझे लगता है कि इसके लिए प्रदेश सरकार का अभिनंदन किया जाना चाहिए।

संजय निरुपम ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि अभी तक किसी भी प्रकार का सौदा नहीं हुआ है, लेकिन कुछ शक्तियाँ ऐसी थीं जो महंगी जमीन को सस्ते दामों पर खरीदने की कोशिश कर रही थीं। उन्होंने बताया कि सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच में यह भी देखा जाएगा कि क्या इस लेन-देन में स्टॉम्प ड्यूटी में किसी प्रकार की छूट दी गई थी और यदि दी गई थी तो उसके कारण क्या थे।

उन्होंने बताया कि इन सभी सवालों के उत्तर खोजने के लिए एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संजय निरुपम ने कहा कि जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि वास्तव में गलती कौन करना चाहता था। हालांकि अब तक किसी प्रकार की गड़बड़ी साबित नहीं हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर स्थानीय स्तर के एक अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। सरकार की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा घोटाला होने से बच गया है, और इसके लिए प्रदेश सरकार की सराहना की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार की इस पारदर्शी पहल से यह साबित होता है कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, चाहे वह किसी भी पद या परिवार से जुड़ा क्यों न हो।

संजय निरुपम ने बिहार चुनाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार में इस बार एनडीए की सरकार बनना तय है और इसमें किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि की सराहना की और कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व पर जनता का गहरा विश्वास है। पिछड़े तबके के लोगों और महिलाओं में उनके प्रति विशेष उत्साह देखा जा रहा है।

निरुपम ने दावा किया कि इस बार बिहार के चुनाव परिणाम अब तक के सबसे अप्रत्याशित साबित होंगे और एनडीए बड़े बहुमत से सत्ता में वापसी करेगा।

Point of View

NationPress
08/11/2025

Frequently Asked Questions

क्या पार्थ पवार पर लगे आरोपों की जांच गंभीर है?
हां, इन आरोपों की जांच के लिए प्रशासनिक आदेश जारी किए गए हैं, जो दर्शाता है कि मामला गंभीर है।
संजय निरुपम ने इस मामले पर क्या कहा?
संजय निरुपम ने कहा कि सरकार की पारदर्शी पहल से यह साबित होता है कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है।
क्या इस मामले में कोई कार्रवाई की गई है?
हां, एक स्थानीय अधिकारी को निलंबित किया गया है ताकि जांच की प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जा सके।
क्या इस मामले का असर बिहार चुनाव पर पड़ेगा?
यह संभव है, क्योंकि इस प्रकार के मामलों से राजनीतिक वातावरण प्रभावित हो सकता है।
क्या जांच में किसी प्रकार की छूट दी गई थी?
जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या लेन-देन में स्टॉम्प ड्यूटी में कोई छूट दी गई थी।