क्या पश्चिम बंगाल में 'मेरा पड़ोस, मेरा समाधान' प्रोजेक्ट को मिली है बड़ी सफलता?

सारांश
Key Takeaways
- 30 लाख लोग इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बन चुके हैं।
- 14,265 बूथ कवर किए गए हैं।
- प्रत्येक कैंप में औसतन 544 लोग भाग लेते हैं।
- यह योजना स्थानीय समस्याओं के समाधान पर केंद्रित है।
- सरकारी कर्मचारियों की मेहनत की सराहना की गई है।
कोलकाता, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में चल रहे 'मेरा पड़ोस, मेरा समाधान' प्रोजेक्ट की अब तक की प्रगति साझा की है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरे राज्य में लोगों का शानदार समर्थन मिल रहा है और लाखों लोग इसमें भाग ले चुके हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अनुसार, मंगलवार की शाम 4 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अब तक 14,265 बूथ कवर किए गए हैं और कुल 80,681 बूथ कवर किए जाने हैं। इसके तहत 28,753 कैंप आयोजित किए जाने हैं, जिनमें से अब तक 5,428 कैंप आयोजित हो चुके हैं।
अब तक कैंप में भाग लेने वाले कुल लोगों की संख्या 29,51,164 है। प्रति कैंप औसतन प्रतिभागी 544 लोगों की है। अब तक प्राथमिकता के आधार पर चुने गए प्रोजेक्ट 1,36,415 हैं।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के माध्यम से बताया कि अब तक लगभग 30 लाख लोग इन कैंपों में शामिल हो चुके हैं, जो इस योजना की सफलता का बड़ा प्रमाण है।
उन्होंने कहा, "मुझे गर्व है कि बंगाल के लोगों ने इस प्रोजेक्ट को इतने दिल से अपनाया है। यह हमारी सरकार की जनसेवा और लोगों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।" मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने में जुटे सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की मेहनत की सराहना की।
सीएम ममता ने कहा, "मैं उन सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को बधाई देती हूं, जो दिन-रात मेहनत कर इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने में लगे हैं।"
'मेरा पड़ोस, मेरा समाधान' प्रोजेक्ट का उद्देश्य लोगों की स्थानीय समस्याओं का समाधान करना और प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक प्रोजेक्ट शुरू करना है। इसके तहत राज्य भर में कैंप लगाकर लोगों से उनकी समस्याएं और सुझाव लिए जा रहे हैं, ताकि सरकारी योजनाएं सीधे जनता की जरूरतों के अनुसार कार्यान्वित की जा सकें।