क्या एनडीए ने बिहार की राजधानी पटना को 'क्राइम कैपिटल' बना दिया है? एक साल में 116 हत्या हुई: अखिलेश सिंह

सारांश
Key Takeaways
- पटना में 116 हत्याएँ हुई हैं।
- एनडीए पर 'क्राइम कैपिटल' बनाने का आरोप।
- गोपाल खेमका की हत्या से राजनीतिक हंगामा।
- बिहार में 300 गुना अपराध बढ़ा है।
- पुलिस ने विशेष जांच टीम का गठन किया है।
पटना, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के पश्चात स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। कांग्रेस, राजद सहित सभी विपक्षी दल सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर तीखा हमला कर रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि एनडीए ने बिहार, पटना को क्राइम कैपिटल बना दिया है। पटना में पिछले एक साल में 116 हत्याएँ हुई हैं।
पटना में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार में 300 गुना अपराध बढ़ गया है। उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए के लोग पहले लालू यादव की सरकार को 'जंगलराज' की संज्ञा देते थे, लेकिन आज इस सरकार में अपराध का ग्राफ 300 गुना बढ़ चुका है।
उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की थी। बिहार विधानसभा का विशेष सत्र दो दिनों के लिए बुलाया जाना चाहिए ताकि बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर चर्चा की जा सके।
उप मुख्यमंत्री की तरफ से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी के बयान पर उन्होंने कहा कि केवल बयान देने से कुछ नहीं होगा। गांधी मैदान क्षेत्र में, जहाँ कलेक्टर रहते हैं और 50 गज की दूरी पर एसपी बैठते हैं, वहां भी हत्या हो जाती है। यह दूसरी हत्या है। यह स्थिति अब और सहन नहीं की जा सकती। लोग सरकार के इस बयान को स्वीकार नहीं करेंगे। इस घटना से पूरा पटना मर्माहत है। गोपाल खेमका केवल एक व्यवसायी नहीं थे, बल्कि एक बड़े समाजसेवी भी थे।
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका की शुक्रवार देर रात हुई हत्या ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है। इस घटना ने न केवल व्यवसायी समुदाय में गुस्सा भर दिया है, बल्कि बिहार की राजनीति में भी उबाल ला दिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ने का दावा कर रही है।