क्या पटना के जिलाधिकारी ने जलजमाव क्षेत्रों का निरीक्षण किया?

सारांश
Key Takeaways
- पटना में पिछले 24 घंटे में 333.20 मिलीमीटर वर्षा हुई।
- जिलाधिकारी ने जलजमाव क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
- जल निकासी के लिए 18 पंप सक्रिय हैं।
- नगर निगम और बुडको की टीमें तेजी से कार्य कर रही हैं।
- अतिवृष्टि से जन-जीवन प्रभावित न हो, इसके लिए प्रशासन सतर्क है।
पटना, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में अचानक आए मौसम परिवर्तन और राजधानी पटना सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश ने लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत प्रदान की है। रविवार रात से जारी बारिश के कारण पटना के कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। पटना के जिलाधिकारी त्यागराजन एस एम ने स्वयं जलजमाव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
पटना में रात से हो रही तेज बारिश को देखते हुए जिलाधिकारी ने विभिन्न क्षेत्रों में जल-जमाव का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जल-जमाव की कोई बड़ी समस्या नहीं है। पटना के शहरी क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे में कुल 333.20 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जिसमें पटना सदर क्षेत्र में सर्वाधिक वर्षापात 84.60 मिलीमीटर दर्ज किया गया। पटना कंकड़बाग में 78.40 मिलीमीटर और दानापुर शहरी क्षेत्र में 75.80 मिलीमीटर वर्षा हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि कम समय में अधिक वर्षा के कारण कुछ स्थानों पर जल जमाव हो गया है। नगर निगम एवं बुडको की टीम ने तेजी से पानी निकालने का कार्य शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि 18 पंप अपनी अधिकतम क्षमता में कार्यरत हैं। जल निकासी की प्रक्रिया को न्यूनतम समय में पूरा करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
इसके अलावा, वर्षापात के आंकड़ों पर लगातार नजर रखी जा रही है। वरीय दंडाधिकारियों की देखरेख में जिला प्रशासन, नगर निगम, बुडको आदि की टीम द्वारा सभी बड़े और छोटे नालों का संयुक्त निरीक्षण किया जा रहा है। अधिकारियों को जल-जमाव की सूचना पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
नगर निगम, बुडको, जिला प्रशासन, पेसू, मेट्रो, पुल निर्माण निगम, पथ निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग एवं अन्य एजेंसियों के अधिकारियों को टीम बनाकर स्थिति के अनुसार कार्य करने के लिए कहा गया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को जल-जमाव की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों का नियमित स्थलीय निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। अतिवृष्टि के कारण सामान्य जन-जीवन प्रभावित न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई की जा रही है।