क्या छठ महापर्व के लिए पटना प्रशासन ने विशेष पहल की है, गंगाजल घर बैठे मिलेगा?
सारांश
Key Takeaways
- गंगाजल घर बैठे मंगवाने की सुविधा उपलब्ध है।
- पटना में कुल १०८ गंगा घाट हैं।
- छठ महापर्व की तैयारी पूरी हो चुकी है।
- सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासनिक टीमें तैनात हैं।
- ट्रैफिक प्रबंधन के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं।
पटना, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर पटना नगर निगम और जिला प्रशासन ने विशाल तैयारियां की हैं। इस बार जिन श्रद्धालुओं को गंगा घाट तक पहुंचने में कठिनाई होगी, उनके लिए प्रशासन ने एक विशेष सुविधा की घोषणा की है। अब श्रद्धालु जिला कंट्रोल रूम या नगर निगम में फोन करके गंगाजल अपने घर तक मंगा सकते हैं।
नगर निगम की यह पहल उन लोगों के लिए बड़ी राहत साबित होगी, जो अपने घरों की छतों या पार्कों में बने कृत्रिम तालाबों में छठ पूजा करने जा रहे हैं और गंगा घाट पर न पहुंच पाने का मलाल महसूस कर रहे हैं।
छठ महापर्व की तैयारियों को लेकर शनिवार को आयोजित संयुक्त ब्रीफिंग में प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष प्रसार, जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम, नगर आयुक्त यशपाल मीणा और पटना एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने सभी अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
सभी अधिकारियों ने बिहारवासियों और विशेषकर पटना निवासियों को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।
जिलाधिकारी त्यागराजन ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में कुल १०८ गंगा घाट हैं, जिनमें से ६ घाट खतरनाक घोषित किए गए हैं। इसके अलावा ७ घाट अनुपयोगी हैं, जिन पर पूजा करने की सख्त मनाही है। १३ घाट असुरक्षित माने गए हैं, जबकि शेष घाटों पर सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासनिक टीमें तैनात की गई हैं।
एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने कहा कि छठ पर्व को लेकर तैयारियां पूरी हैं। हमारा प्रयास है कि सभी लोग समय से अपनी जगह पर पहुंच जाएं और छठ पूजा को संपन्न करा सकें।
उन्होंने बताया कि ट्रैफिक को लेकर पूरे बंदोबस्त किए जा चुके हैं, ताकि कहीं रुकावट न हो और जाम की स्थिति पैदा न हो। पार्किंग के लिए कई स्थान बनाए गए हैं। वॉलंटियर्स और पुलिसबल को जगह-जगह तैनात किया गया है। जनता से भी अपील है कि वे व्यवस्था को बनाए रखें।
बता दें कि छठ पर्व की शुरुआत २५ अक्टूबर से ‘नहाय-खाय’ के साथ हो चुकी है।