क्या ‘पीएम एफएमई योजना’ ने लाभार्थियों की तकदीर बदल दी?

सारांश
Key Takeaways
- ‘पीएम एफएमई योजना’ छोटे और मध्यम खाद्य उद्यमों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
- लाभार्थियों को बिना गारंटी के ऋण मिल रहा है।
- यह योजना उद्यमिता को प्रोत्साहित करती है और व्यवसायों को बढ़ावा देती है।
- कई लाभार्थियों ने अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है।
- यह योजना ग्रामीण आय में वृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है।
तंजावुर, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार की ओर से विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिए कई लाभकारी योजनाएं लागू की जा रही हैं। इनमें से एक है ‘पीएम एफएमई योजना’, जो छोटे और मध्यम खाद्य उद्यमों के विकास और उन्हें औपचारिक रूप से कार्य करने में सहायता प्रदान करती है। इस योजना का लाभ उठाकर अनेक लोगों ने अपने व्यवसाय को विस्तार दिया है। तमिलनाडु के विभिन्न जिलों में ‘पीएम एफएमई योजना’ के लाभार्थियों ने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
एक लाभार्थी ने कहा, "मैंने मामीज फूड प्रोडक्ट्स नाम की एक कंपनी स्थापित की है। इस योजना के माध्यम से, मैं इसे शुरू करने में सफल रहा। मैं इस अवसर के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं।" उन्होंने बताया कि उन्हें ‘पीएम एफएमई योजना’ के तहत पंजाब नेशनल बैंक से कर्ज मिला, जिससे उनकी सारी समस्याएं हल हो गईं।
एक और लाभार्थी ने बताया कि वे पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त करना चाहते हैं, जिनकी वजह से उन्हें इस योजना का लाभ मिला। उन्होंने कहा, "मैं आर्थिक रूप से इतना सक्षम नहीं था कि अपना व्यवसाय चला सकूं। इस योजना के तहत मुझे ऋण मिला, जिसके बाद मैंने अपना व्यवसाय शुरू किया। मुझे इस योजना से सब्सिडी भी प्राप्त हुई।"
ब्लैक व्हील केक नाम से व्यवसाय चलाने वाले एक लाभार्थी ने कहा, "जब मैं यूट्यूब पर खोज कर रहा था, तो अचानक एक वीडियो आया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए व्यवसाय के लिए ऋण और सब्सिडी के बारे में बताया गया। मैंने बेकरी का नया व्यवसाय शुरू किया है और पीएम मोदी की इस योजना ने हमारी बहुत सहायता की। हमें 10 लाख का ऋण प्राप्त हुआ।"
किचास किचन फूड्स के बालाजी राव ने कहा कि वे कई वर्षों से व्यवसाय कर रहे थे। लेकिन कोरोना के बाद व्यवसाय बंद हो गया क्योंकि वे आर्थिक रूप से सक्षम नहीं थे। इसके बाद उन्हें ‘पीएम एफएमई योजना’ के बारे में जानकारी मिली, तो उन्होंने योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन किया। उन्हें बैंक से लोन मिला। पीएम मोदी की यह योजना अत्यंत लाभकारी है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह बिना गारंटी के ऋण प्रदान करती है।
दूसरी ओर, तमिलनाडु में डेल्टा फ़ूड्स प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (पीएमकेएसवाई) के तहत एक कृषि प्रसंस्करण क्लस्टर स्थापित है। यहां किसान-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ गुणवत्ता और स्थिरता पर जोर दिया जाता है। यह पारंपरिक चावल, बाजरा, दाल, खाद्य तेल और रेडी-टू-कुक मिक्स के लिए साझा प्रसंस्करण अवसंरचना उपलब्ध कराता है। साथ ही, बाजार संपर्क और उद्यमिता को बढ़ावा देता है। यह योजना मूल्य संवर्धन और ग्रामीण आय में वृद्धि के लिए पीएमकेएसवाई के सफल क्रियान्वयन का उदाहरण है।