क्या पीएम मोदी का बिहार से ओडिशा तक यह दौरा महत्वपूर्ण है?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का दौरा: बिहार और ओडिशा में विकास कार्यों का उद्घाटन।
- नई रेल परियोजनाएँ: वैशाली-देवरिया एवं वंदे भारत एक्सप्रेस।
- स्वच्छ ऊर्जा: 100 इलेक्ट्रिक बसों का उद्घाटन।
- जनसभा: लोगों को संबोधन और विकास की दिशा में कदम।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार और ओडिशा के दौरे पर रहेंगे। इस दौरे के दौरान वह कई हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। चलिए, पीएम मोदी के दौरे के मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम पर एक नजर डालते हैं।
दरअसल, पीएम मोदी शुक्रवार सुबह दिल्ली से रवाना होकर 11:15 बजे कुशीनगर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। यहाँ से वह हेलीकॉप्टर में सवार होकर बिहार के सिवान के लिए निकलेंगे। लगभग 11:50 बजे जसौली (सिवान) हेलीपैड पर उनका आगमन होगा। उसके बाद प्रधानमंत्री 12:00 बजे कार्यक्रम स्थल (जनसभा स्थल एनएच-531 पचरुखी बाईपास) सिवान पहुंचेंगे और 12:00 बजे से 1:15 बजे तक लगभग 10,000 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री 400 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली नई वैशाली-देवरिया रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे और इस मार्ग पर एक नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अतिरिक्त, उत्तर बिहार में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इस दौरान वह जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी सिवान में जनसभा समाप्त करने के बाद दोपहर 1:25 बजे हेलीकॉप्टर में सवार होकर जसौली से रवाना होंगे। इसके बाद, वह ओडिशा के भुवनेश्वर जाएंगे और शाम करीब 4:15 बजे ओडिशा सरकार का एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे। वह 18,600 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे।
साथ ही प्रधानमंत्री पहली बार बौद्ध जिले में रेल संपर्क का विस्तार करते हुए नई ट्रेन सेवाओं को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा, वह स्वच्छ ऊर्जा और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री राजधानी क्षेत्र शहरी परिवहन (सीआरयूटी) प्रणाली के अंतर्गत 100 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाएंगे। यह आधुनिक, पर्यावरण-अनुकूल शहरी गतिशीलता नेटवर्क को समर्थन प्रदान करेगी।