क्या पीएम मोदी की लोकप्रियता में कोई और नेता बराबरी कर सकता है?: बाबूलाल मरांडी

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी की लोकप्रियता अद्वितीय है।
- भारत और अमेरिका का विशेष रिश्ता है।
- जीएसटी में राहत से कारीगरों को मदद मिलेगी।
- नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना एक विशेष घटना है।
- भाजपा नेता का मानना है कि मोदी के निर्णय उत्कृष्ट हैं।
रांची, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक लोकप्रियता की सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी केवल भारत में ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व में अत्यधिक लोकप्रिय हैं। उनकी लोकप्रियता अद्वितीय है, और उनके आस-पास कोई अन्य नेता नहीं है।
राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उनके अच्छे मित्र हैं और हमेशा रहेंगे। भारत और अमेरिका का विशेष रिश्ता है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है।
भाजपा नेता ने बताया कि भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण लोकतंत्र, जिसमें 140 करोड़ लोग विभिन्न जातियों, धर्मों और भाषाओं के साथ रहते हैं, वहां नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना अपने आप में अनोखा है।
उन्होंने कहा कि शायद ही दुनिया में कोई लोकतांत्रिक देश हो, जहां कोई नेता लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बना हो और इतना लोकप्रिय हो। विभिन्न सर्वेक्षणों में मोदी को विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शामिल किया जाता है। उनकी लोकप्रियता का ग्राफ अन्य नेताओं से कहीं आगे है।
भाजपा नेता ने कहा कि पीएम मोदी की महानता केवल उनकी लोकप्रियता तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके निर्णय और कार्य भी उत्कृष्ट हैं। उनके काम के कारण ही लोग उन्हें महान मानते हैं और इसलिए वे न केवल देश, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महान नेता हैं।
जीएसटी सुधार के संदर्भ में, बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। अब झारखंड के रेशम उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी। हमारे बुनकरों और कारीगरों को राष्ट्रीय बाजार मिलेगा और झारखंड के रेशम को नई पहचान मिलेगी। यह कदम न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि हजारों परिवारों की आजीविका को भी सशक्त बनाएगा।
उन्होंने कहा कि झारखंड की गौरवशाली हस्तशिल्प और जनजातीय कला पर लगने वाले जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया है। यह पहल कारीगरों और कलाकारों के लिए सौगात है।
जीएसटी में मिली इस राहत से न केवल झारखंड की कला और संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी, बल्कि कारीगरों की आजीविका सशक्त होगी और उन्हें बड़े बाजार तक पहुंच का अवसर भी मिलेगा।