क्या पीएम मोदी ने ब्लाइंड टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय महिला टीम से मुलाकात की?
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने पहला विश्व कप जीता।
- पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को बधाई दी।
- भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा।
- यह जीत क्रिकेट की विभिन्न श्रेणियों में भारत के बढ़ते दबदबे को दर्शाती है।
- टूर्नामेंट में भारत के अलावा अन्य देशों ने भी भाग लिया।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने नेपाल को हराकर पहला ब्लाइंड टी20 विश्व कप जीता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व कप जीतने वाली खिलाड़ियों से गुरुवार को मुलाकात की और उन्हें उनकी जीत की बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी खिलाड़ियों और विश्व कप की ट्रॉफी के साथ तस्वीर खिंचवाई। खिलाड़ियों ने उन्हें अपना हस्ताक्षरित बल्ला भेंट किया। पीएम ने गेंद पर भी अपना हस्ताक्षर किया।
प्रधानमंत्री ने एक-एक कर सभी खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनके साथ विश्व कप से जुड़े अनोखे किस्से साझा किए। सभी खिलाड़ी पीएम के साथ बेहद सहज नजर आईं।
मुलाकात के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने सभी खिलाड़ियों को अपने हाथ से मिठाई खिलाई।
भारतीय महिला दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम ने रविवार को कोलंबो में खेले गए मुकाबले में नेपाल को 7 विकेट से हराया। टॉस जीतकर भारतीय टीम ने पहले फील्डिंग करने का निर्णय लिया। नेपाल ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 114 रन बनाए। भारतीय टीम ने 12.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और ऐतिहासिक जीत प्राप्त की।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इसी महीने 2 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार वनडे विश्व कप का खिताब जीता था। उस जीत के 21 दिन बाद दृष्टिबाधित महिला क्रिकेट टीम का खिताब जीतना क्रिकेट की हर श्रेणी में भारत के बढ़ते दबदबे को दर्शाता है।
भारतीय दृष्टिबाधित टीम ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। नेपाल की टीम ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा। भारत ने लीग मैचों में श्रीलंका को 10 विकेट से, ऑस्ट्रेलिया को 209 रन से, नेपाल को 85 रन से, अमेरिका को 10 विकेट से, पाकिस्तान को 8 विकेट से हराया।
इसके बाद सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से और फाइनल में नेपाल को 7 विकेट से हराकर खिताब जीता। टूर्नामेंट की शुरुआत भारत में 21 नवंबर को हुई थी। भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था।