क्या प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत मालदीव में पौधे लगाए?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव यात्रा ने दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत किया।
- 'एक पेड़ मां के नाम' पहल जलवायु परिवर्तन के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाती है।
- रक्षा मंत्रालय के नए भवन का उद्घाटन भारत-मालदीव सहयोग का प्रतीक है।
नई दिल्ली/माले, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मालदीव के राजकीय दौरे के दौरान राजधानी माले पहुंचे, जहां उन्होंने 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के अंतर्गत पौधरोपण किया। उनके साथ मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा कि भारत और मालदीव जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों को समझते हैं। हम सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। माले में राष्ट्रपति मुइज्जू और मैंने पौधे लगाए, जिससे मालदीव सरकार की 'एक पेड़ मां के नाम' पहल और 50 लाख वृक्षारोपण के संकल्प को बल मिला।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में बताया कि राष्ट्रपति मुइज्जू और मैंने माले में रक्षा मंत्रालय के नए भवन का उद्घाटन किया। यह भारत-मालदीव के मजबूत सहयोग का एक और उदाहरण है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू को 'भीष्म' क्यूब्स भेंट किए गए, जो जनसेवा में हमारी साझेदारी को दर्शाते हैं। सहयोग, हित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल (भीष्म) समय पर और स्वास्थ्य सेवा सहायता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इन मेडिकल क्यूब्स में आपातकालीन देखभाल के लिए आवश्यक दवाइयां और उपकरण रखे गए हैं।
वहीं, पीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ व्यापक चर्चा की और यह स्पष्ट किया कि मालदीव भारत के 'पड़ोसी प्रथम' और महासागर विजन में एक केंद्रीय स्थान रखता है। नेताओं ने आवास, बुनियादी ढांचा, कनेक्टिविटी, रक्षा, डिजिटल तकनीक, जलवायु कार्रवाई, नवीकरणीय ऊर्जा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने के उपायों पर विचार किया।