क्या कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर को मनोचिकित्सक से इलाज करवाना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा सांसद ने कांग्रेस सांसद पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- टैगोर की टिप्पणियों ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है।
- बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा पर भी चर्चा हुई है।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर द्वारा संघ की तुलना अल-कायदा से करने पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि उन्होंने मानसिक संतुलन खो दिया है।
नई दिल्ली में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि संघ को किसी के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। संघ अपना कार्य कर रहा है, और पूरे देश-दुनिया इस पर नजर रखे हुए है। टैगोर ने यह कहकर मानसिक संतुलन खो दिया है, उन्हें मनोचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। संघ की देश के प्रति प्रतिबद्धता किसी से छिपी नहीं है। टैगोर चाटुकारिता के प्रतीक हैं, और केवल गांधी परिवार की चाटुकारिता में लगे रहते हैं।
राहुल गांधी के बारे में भाजपा सांसद ने कहा कि उन्हें पुरस्कार तभी मिलेगा, जब उनके नेतृत्व में कांग्रेस हार का शतक लगाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सही कहा है कि कांग्रेस की स्थिति इतनी नहीं गिरी, जितनी उनके नेतृत्व में हुई है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। भारत ने वैश्विक मानचित्र पर एक मजबूत पहचान बनाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि ममता बनर्जी के पिछले कुछ वर्षों में एक खास समुदाय पर ध्यान देने से राज्य के लोगों में गहरी नाराजगी उत्पन्न हो गई है। इस कारण, बांग्लादेश के प्रति दिखाई गई सहानुभूति भी स्पष्ट हो रही है। यही वजह है कि आज पश्चिम बंगाल की हर जाति इस रवैये का असर महसूस कर रही है। पश्चिम बंगाल की जनता घुटन महसूस कर रही है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यह अत्यंत दुःखद है, और बांग्लादेश सरकार को इस मामले में तुरंत कदम उठाने चाहिए। हमारी सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है, और सरकारी चैनलों के माध्यम से सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, और उनकी सुरक्षा बांग्लादेश सरकार की जिम्मेदारी है।
भाजपा सांसद ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा कि उन्होंने जो कहा है, वह सही है। सनातन भारत की आत्मा है। भारत एक हिंदू राष्ट्र है, और बंटवारा इसी आधार पर हुआ था। ऐसा कोई कारण नहीं है कि भारत को हिंदू राष्ट्र न माना जाए। मन और आत्मा से भारत हमेशा एक हिंदू राष्ट्र है।