क्या करूर भगदड़ प्रशासनिक चूक थी? प्रवीण खंडेलवाल ने उठाए सवाल

सारांश
Key Takeaways
- करूर भगदड़ में 39 लोगों की मृत्यु हुई।
- प्रशासनिक चूक की बात उठाई गई है।
- तमिलनाडु सरकार से तत्काल जांच की मांग की गई है।
- दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
- महिला सशक्तिकरण पर प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका पर चर्चा।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने करूर भगदड़ को प्रशासनिक चूक करार दिया। उन्होंने तमिलनाडु सरकार से इस मामले की तत्काल जांच की मांग की और कहा कि दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "39 लोगों की मृत्यु हुई है और मैं अपनी ओर से उन सभी परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। लेकिन, प्रश्न यह उठता है कि भगदड़ क्यों हुई? क्या प्रशासन को पहले से अंदाजा नहीं था या कोई चूक हुई है? तमिलनाडु सरकार द्वारा जांच कमेटी बनाई गई है और उस कमेटी को निर्देश देना चाहिए कि तुरंत ही वह रिपोर्ट जमा करें। करूर भगदड़ में जो भी दोषी हैं, उन्हें नहीं छोड़ा जाना चाहिए और उन्हें कानून के तहत सजा मिलनी चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "किसी की भी लापरवाही हो- शासन, प्रशासन, या अन्य कोई व्यक्ति या समूह- उन्हें ढूंढा जाए और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। यह 39 लोगों की मौत नहीं है, यह वास्तव में नरसंहार है।"
भाजपा सांसद ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बताए जाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दो बातें बहुत स्पष्ट हैं, पहला यह है कि भारत के हितों से समझौता नहीं होगा, चाहे वह अंतरराष्ट्रीय मंच हो या कोई भी चीज, भारत अपनी बात कहने में झुकेगा नहीं, किसी भी मामले में दमदार तरीके से अपनी बात रखेगा। यही बात जयशंकर ने कही है। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि पाकिस्तान आतंकवाद की पनाहगाह है।"
कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान पर प्रवीण खंडेलवाल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण का एक नया अध्याय शुरू हुआ। उससे पहले कभी किसी ने महिला सशक्तिकरण के बारे में सोचा ही नहीं। पीएम मोदी की कई स्कीमों की बदौलत देश में लाखों महिलाएं उद्यमी बनी हैं और देश की मुख्य अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही हैं। सरकार ने हर प्रकार की सहायता, टेक्नोलॉजी, और अनुदान महिलाओं को दिया है। देश की जो प्रगति है, कांग्रेस और जयराम रमेश को पच नहीं रही है, इसीलिए इस प्रकार के तर्कहीन बयान देते हैं।"
'आई लव मोहम्मद' विवाद पर भाजपा सांसद ने कहा, "कोई भी व्यक्ति देश का सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेगा या देश के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, उसको बख्शा नहीं जाएगा। देश शांतिपूर्ण माहौल चाहता है। यह प्रधानमंत्री मोदी का देश है, ऐसे व्यक्तियों की मानसिकता वाले लोगों को इसे त्याग देना चाहिए, वरना कानून सख्ती से उनसे निपटेगा।"