क्या पंजाब सरकार आठ साल के अभिजोत के गुर्दे की बीमारी के इलाज का खर्च उठाएगी?

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब सरकार ने 8 वर्षीय अभिजोत के इलाज का खर्च उठाने का निर्णय लिया है।
- अभिजोत गुर्दे की गंभीर बीमारी से जूझ रहा था।
- बाढ़ के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी।
- अभिजोत का इलाज अमृतसर के बेबे नानकी अस्पताल में मुफ्त में हो रहा है।
- मुख्यमंत्री ने तुरंत कार्रवाई की और आश्वासन दिया है।
अजनाला, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के बाढ़ प्रभावित अजनाला क्षेत्र के आठ वर्षीय अभिजोत सिंह के लिए अब नई जिंदगी की उम्मीद जाग उठी है। पंजाब सरकार की पहल पर उसका इलाज अमृतसर स्थित बेबे नानकी अस्पताल में मुफ्त में शुरू कर दिया गया है। यह बच्चा पिछले तीन वर्षों से गंभीर गुर्दे की बीमारी से जूझ रहा था, लेकिन हाल ही में आई बाढ़ ने उसके परिवार की आर्थिक स्थिति को पूरी तरह से खराब कर दिया था, जिससे उसका इलाज रुक गया।
जैसे ही अभिजोत की हालत के बारे में जानकारी सोशल मीडिया पर आई, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तुरंत ट्वीट कर घोषणा की कि बच्चे का पूरा इलाज सरकार की ओर से किया जाएगा। इसके तुरंत बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अभिजोत की चाची जोबनप्रीत कौर ने बताया कि पहले उसका इलाज चंडीगढ़ के पीजीआई में चल रहा था, लेकिन महंगे इलाज और दवाइयों के कारण परिवार पूरी तरह से टूट चुका था। बाढ़ में घर और खेत डूबने के कारण इलाज बाधित हो गया था। उन्होंने सीएम का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार ने उन्हें फिर से उम्मीद दी है।
बेबे नानकी अस्पताल की डॉक्टर सिमरजीत कौर ने बताया कि बच्चा तीन साल से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है। अस्पताल पहुंचने पर उसके पूरे शरीर में सूजन थी, लेकिन वह क्लीनिकली स्थिर है। डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में पूरी तरह लगी हुई है और सीएम के निर्देश पर सारा इलाज मुफ्त किया जा रहा है।
अभिजोत की दादी ने कहा कि सरकार के सहयोग से अब उन्हें भरोसा है कि बच्चा जल्द ही स्वस्थ होकर स्कूल जा सकेगा। बाढ़ से जूझ रहे परिवारों के लिए यह कदम एक बड़ी राहत है और यह संदेश भी कि सरकार उनके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा है कि अमृतसर साहिब के गांव तलवंडी के निवासी 8 साल के बच्चे अभिजोत सिंह जो कि किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं, आज उसके परिवार का एक वीडियो सामने आया है। सरकार की ओर से बच्चे के इलाज के लिए परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। हम राज्य के किसी भी व्यक्ति को इलाज और दवाई के मामले में वंचित नहीं रहने देंगे।