क्या पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को सबसे जल्दी और ज्यादा मुआवजा दिया?

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क्या पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को सबसे जल्दी और ज्यादा मुआवजा दिया?

सारांश

पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को तेजी से राहत दी है। अरविंद केजरीवाल ने इसकी प्रशंसा की और इसे ऐतिहासिक कदम बताया। जानें इस राहत प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी!

Key Takeaways

  • मिशन चढ़दीकला के तहत राहत राशि का वितरण
  • 30 दिन में मुआवजे का वितरण
  • 20 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा
  • सिर्फ 52 गांवों को 5.70 करोड़ रुपये का मुआवजा
  • किसानों के नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिया जाएगा

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को अमृतसर जिले के अजनाला क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित परिवारों को 'मिशन चढ़दीकला' के तहत राहत राशि का वितरण किया। इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब सरकार की सराहना की।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में भगवंत मान की सरकार ने एक और ऐतिहासिक कार्य किया है। बाढ़ प्रभावित परिवारों और किसानों को अब तक का सबसे तेजी से मुआवजा दिया गया है। महज 30 दिन के भीतर 20 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा किसानों के खातों में आना शुरू हो गया है। यह केवल एक ईमानदार सरकार ही कर सकती थी। हमने इसे साबित किया है।

इससे पहले आम आदमी पार्टी ने एक्स पर लिखा कि पंजाब के किसानों को सबसे कम समय में सबसे अधिक मुआवजा दिया गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ पीड़ित किसानों को एक महीने के भीतर ही 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के मुआवजे के चेक वितरित किए। उन्होंने किसानों से वादा किया था कि वे उन्हें देश का सबसे अधिक मुआवजा सबसे कम समय में देंगे। आज उन्होंने यह वादा पूरा किया।

सोमवार को सीएम भगवंत मान ने कहा कि 11 सितंबर को प्रेस वार्ता में उन्होंने वादा किया था कि 45 दिन में गिरदावरी करके मुआवजा राशि दी जाएगी, लेकिन आज 32 दिन में ही हम मुआवजा राशि के चेक दे रहे हैं। पिछली सरकारों में भी बाढ़ आई थी, लेकिन तब किसानों को 25 से 37 रुपये के चेक दिए गए, वह भी 1.5 साल बाद। खुद को किसानों का हितैषी बताने वाले नेता किसानों के साथ ऐसा मजाक करते थे।

सीएम ने कहा कि मैं खुद एक किसान परिवार से हूं। हमारी जमीन भी पहले डूबती थी। हमारी भी गिरदावरी होती थी। पटवारी आता था और किसी रसूखदार के घर बैठकर महफिल जमाता था। आज हम 30 दिन के भीतर 631 लाभार्थियों को मुआवजा देने आए हैं। हर किसी के नुकसान का आकलन करके मुआवजा दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि आज 5.70 करोड़ रुपये का मुआवजा सिर्फ 52 गांवों को दिया जा रहा है, जिसमें 3.84 करोड़ रुपये घरों का मुआवजा है। 1.16 करोड़ रुपये फसलों का मुआवजा है और 73 लाख रुपये से अधिक मुआवजा पशुओं के नुकसान का दिया गया है। आज की प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। हर बाढ़ प्रभावित के घर जाकर उसके नुकसान का आकलन किया जाएगा और मुआवजा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टी के लोग मुझे गालियाँ देते हैं क्योंकि मैंने बिना रिश्वत पंजाब के बच्चों को नौकरियाँ दीं और एक अच्छा माहौल तैयार किया। वे कहते हैं कि 'यह गलत आदत बना रहा है, हमारा काम कैसे चलेगा?'

Point of View

यह स्पष्ट है कि पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए जो मुआवजा योजना लागू की है, वह न केवल तेजी से कार्यान्वित हुई है बल्कि यह किसानों की भलाई के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यह आशा की किरण है कि अन्य राज्य भी ऐसी योजनाएँ अपनाएँगे, जिससे किसानों को आपदाओं के समय में सहायता मिल सके।

NationPress
13/10/2025

Frequently Asked Questions

पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को कब मुआवजा दिया?
पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को महज 30 दिन के भीतर मुआवजा देना शुरू किया।
मुआवजे की राशि क्या है?
हर किसान को 20 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का क्या कहना है?
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 11 सितंबर को वादा किया था कि मुआवजा जल्द दिया जाएगा, और अब वह इसे पूरा कर रहे हैं।