क्या क्वेटा में बीवाईसी प्रमुख महरंग बलूच की हिरासत अवैध है?

सारांश
Key Takeaways
- बीवाईसी ने महरंग बलूच की हिरासत की निंदा की है।
- संयुक्त राष्ट्र से इस मामले पर ध्यान देने की मांग की गई है।
- अवैध हिरासत मानवाधिकारों के उल्लंघन का प्रतीक है।
क्वेटा, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मानवाधिकार संगठन बलूच यकजेहती कमेटी (बीवाईसी) ने अपने प्रमुख महरंग बलूच और अन्य कार्यकर्ताओं की 15 दिन की हिरासत अवधि खत्म होने के बावजूद उन्हें मनमाने तरीके से हिरासत में रखने की कड़ी निंदा की है। बीवाईसी ने संयुक्त राष्ट्र से इस मामले पर तत्काल ध्यान देने की अपील की है।
बीवाईसी की यह प्रतिक्रिया स्थानीय मीडिया के माध्यम से आई है, जिसमें मानवाधिकार संगठन के वकील ने बताया कि क्वेटा की आतंकवाद-रोधी अदालत ने पाकिस्तान के आतंकवाद-रोधी विभाग द्वारा महरंग बलूच और अन्य की हिरासत बढ़ाने के अनुरोध को खारिज कर दिया।
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, जज मुहम्मद अली मुबीन ने महरंग बलूच की हिरासत बढ़ाने से इनकार करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया।
मानवाधिकार संस्था का कहना है कि पिछले छह महीने से उन्हें अवैध तरीके से स्वतंत्रता से वंचित रखा गया और बार-बार पुलिस रिमांड पर रखा गया। बीवाईसी प्रमुख महरंग बलूच और अन्य कार्यकर्ताओं को अब न्यायिक हिरासत में क्वेटा की हुदा जेल में स्थानांतरित किया गया है।
बीवाईसी का कहना है कि उन्हें बिना किसी उचित प्रक्रिया या प्रभावी न्यायिक समीक्षा के जेल में रखा गया। मनगढ़ंत और राजनीतिक आरोपों के आधार पर उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया। हालांकि अब उनकी पुलिस रिमांड समाप्त हो गई है, वे अभी भी क्वेटा की हुदा जेल में न्यायिक रिमांड पर हैं।
बीवाईसी ने इस बात पर जोर दिया है कि मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को केवल अपने अधिकारों का उपयोग करने के लिए निशाना बनाया गया है। उन्होंने बलूचिस्तान में गुमशुदगी, हत्याओं और अन्य गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ आवाज उठाई है।
मानवाधिकार संस्था ने कहा है कि असहमति को दबाने के लिए मनमाने ढंग से गिरफ्तारी और लंबे समय तक सुनवाई-पूर्व हिरासत का उपयोग, मानवाधिकार रक्षकों पर अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत पाकिस्तान के दायित्वों का सीधा उल्लंघन है।
बीवाईसी ने संयुक्त राष्ट्र से इस स्थिति पर ध्यान देने और पाकिस्तान पर अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का पालन करने का आग्रह किया है।