क्या परिवार की जिम्मेदारी नहीं है बच्चों को समझाना? राधिका हत्याकांड पर महावीर फोगाट

सारांश
Key Takeaways
- परिवार का कर्तव्य है बच्चों को समझाना।
- हिंसा का समाधान नहीं है।
- बच्चों को गलतियों से सीखने का मौका दें।
- महावीर फोगाट की अपील महत्वपूर्ण है।
- लड़कियों के प्रति संवेदनशीलता जरूरी है।
नोएडा, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या 10 जुलाई को उनके ही पिता द्वारा गोली मारकर कर दी गई। द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका मानना है कि यदि कोई बच्चा गलती करता है, तो परिवार की यह जिम्मेदारी होती है कि उसे समझाया जाए।
महावीर फोगाट ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं। यदि कोई बच्चा गलती करता है, तो परिवार की जिम्मेदारी होती है कि उसे समझाया जाए।"
उन्होंने आगे कहा, "यदि बेटा घर से बाहर कुछ करता है, तो उसे नजरअंदाज किया जाता है। लेकिन, यदि लड़कियां घर से बाहर निकलें और उनके बारे में कोई कुछ कह दे, तो परिवार को इस तरह के कदम नहीं उठाने चाहिए। माता-पिता को अपने बच्चे की बात सुननी चाहिए। लड़कियां बेहद संवेदनशील होती हैं, उन्हें प्यार से समझाना चाहिए। वे माता-पिता की बात मान लेंगी। यदि बच्चा गलत रास्ता पकड़ लेता है, तो उसे बैठाकर समझाना चाहिए। मैंने भी अपनी बेटियों को आजादी दी है।"
महावीर फोगाट ने अपील की कि सरकार बेटियों को बचाने और उन्हें शिक्षित करने के लिए अभियान चला रही है, और माता-पिता को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।
यह ध्यान देने योग्य है कि सोशल मीडिया पर राधिका के एक वीडियो पोस्ट करने के कारण उनके पिता दीपक यादव नाराज थे। इसी वजह से उन्होंने गुरुग्राम के सेक्टर-57 स्थित अपने घर में राधिका को गोली मार दी। यही वह घर था, जहां राधिका खुद को सबसे सुरक्षित महसूस करती थीं। जब पिता ने गोली चलाई, तब राधिका परिवार के लिए खाना बना रही थीं।
23 मार्च 2000 को जन्मी राधिका ने छोटी उम्र में टेनिस में करियर की शुरुआत की। वह जल्द ही हरियाणा की शीर्ष डबल्स खिलाड़ियों में शामिल हो गईं। 4 नवंबर 2024 तक राधिका आईटीएफ रैंकिंग में युगल खिलाड़ी के रूप में 113वें स्थान पर थीं।
राधिका एआईटीए अंडर-18 श्रेणी में शीर्ष-100 में रह चुकी थीं। वर्ष 2018 में उन्होंने 75वीं रैंक प्राप्त की।