क्या राहुल गांधी दिखावे के लिए तालाब में कूदे? मनोज तिवारी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का तालाब में कूदना चुनावी प्रचार का हिस्सा हो सकता है।
- भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इसे दिखावा बताया।
- मल्लाह समाज के लिए एनडीए की योजनाएं महत्वपूर्ण हैं।
- बिहार में चुनावी संघर्ष जारी है।
- राजनीति में दिखावे और वास्तविकता के बीच की खाई है।
पटना, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान 2 नवंबर को बेगूसराय में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महागठबंधन के डिप्टी सीएम पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के साथ एक तालाब में कूद कर मछली पकड़ी और तैराकी की। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इसे 'दिखावा' बताया है।
पटना में मीडिया से बात करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है, वहां मल्लाह समाज के लिए कांग्रेस ने क्या किया है? भाजपा ने मछुआरों के लिए कई बड़ी योजनाएं और घोषणाएं की हैं। हम जो कार्य इस समाज के लिए कर रहे हैं, उससे भी अधिक काम करने का वादा करते हैं, हमारा घोषणापत्र इसकी गारंटी है।
उन्होंने कहा कि मछली पकड़ने से मल्लाह समाज को कोई वास्तविक लाभ नहीं होगा। राहुल गांधी केवल मछली पकड़ने का दिखावा करते हैं, जबकि एनडीए मछुआरों के लिए ठोस काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'कट्टा'लठम-लठ हुआ है। वरना पहले ही सीएम पद के उम्मीदवार की घोषणा हो जाती। एनडीए ने पहले ही कह दिया था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा और वही सीएम बनता है जो नेतृत्व करता है।"
महागठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में सीट शेयरिंग नहीं हुई, आपस में नेतृत्व को लेकर खींचतान जारी रही। महागठबंधन में कांग्रेस कुछ सीटों पर चुनाव लड़ रही है और कुछ पर फ्रेंडली फाइट कर रही है। कांग्रेस न तो सीएम और न ही डिप्टी सीएम पद की दावेदार है। 18 सीटों पर लड़ने वाले मुकेश सहनी डिप्टी सीएम के उम्मीदवार हैं। मामला गड़बड़ है।
तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि राजद के कार्यकर्ताओं ने हमारी सभा में हमला किया और हमारी गाड़ी पर अपना झंडा लगाने लगे। क्या स्टार प्रचारकों को पीटकर राजद प्रचार करेगी? क्या हमारी गाड़ी पर आपका झंडा लगेगा? तेजस्वी यादव शहाबुद्दीनअटैक कर रहे हैं। आपकी इमेज जंगलराज की आ रही है।"
भाजपा सांसद ने कहा कि बिहार की जनता इन सब बातों को देख रही है और एक बार फिर एनडीए की सरकार बनाने का मन बना चुकी है।