क्या राहुल गांधी 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान मनैनी गांव पहुंचे?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने वोटर अधिकार यात्रा के दौरान ग्रामीणों से संवाद किया।
- मनैनी गांव को 2011 में मॉडल गांव घोषित किया गया था, लेकिन आज स्थिति खराब है।
- यात्रा का उद्देश्य वोट के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
- यात्रा 1 सितंबर को पटना में रैली के साथ समाप्त होगी।
- कांग्रेस और राजद के नेता इस यात्रा में शामिल हैं।
नवादा, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपनी वोटर अधिकार यात्रा के तीसरे दिन, मंगलवार को एक सड़क किनारे के गांव में पहुँचकर वहां के निवासियों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को समझा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज की यात्रा गयाजी से आरंभ की। जब उनका काफिला वजीरगंज तक पहुँचा, तो उन्होंने अपने काफिले को रोका और पास के गांव मनैनी में चले गए। उनके साथ राजद नेता तेजस्वी यादव और महागठबंधन के अन्य प्रमुख नेता भी थे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के साथ जनसंवाद करते हुए वहाँ की समस्याओं को जाना।
उन्होंने वोट के अधिकार के बारे में भी लोगों को जागरूक किया। उल्लेखनीय है कि मनैनी गांव को 2011 में मॉडल गांव घोषित किया गया था, लेकिन आज की स्थिति बहुत खराब है। यहां सामान्य नागरिक सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। इससे पहले, राहुल गांधी ने सोमवार की शाम अपनी यात्रा के दौरान गयाजी पहुंचकर एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा और चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया।
यात्रा के तीसरे दिन राहुल नवादा होते हुए शेखपुरा के बरबीघा जाएंगे, जहां वे एक जनसभा को संबोधित करेंगे और एसकेआर कॉलेज मैदान में रात्रि विश्राम करेंगे।
यह ध्यान देने योग्य है कि राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त को बिहार के सासाराम से शुरू हुई थी। यह यात्रा इंडिया ब्लॉक में शामिल घटक दलों के नेताओं के साथ मिलकर की जा रही है। यह 16 दिन की यात्रा लगभग 20 जिलों से होकर गुजरेगी और 1,300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। 1 सितंबर को पटना में एक विशाल रैली के साथ इस यात्रा का समापन होगा।