क्या रेल किराया बढ़ोतरी से यात्रियों की जेब पर असर पड़ेगा?
सारांश
Key Takeaways
- रेल मंत्रालय ने यात्री किराए में बढ़ोतरी की है।
- 215 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए किराया बढ़ा है।
- यात्रियों की राय में बढ़ोतरी का असर कम है।
- सुविधाओं में सुधार का आश्वासन दिया गया है।
- टिकट की दलाली में कमी आई है।
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेल मंत्रालय द्वारा यात्री किराए में की गई बढ़ोतरी शुक्रवार से लागू हो गई है। इस फैसले के तहत 215 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए साधारण क्लास में प्रति किलोमीटर एक पैसे की बढ़ोतरी तथा मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के नॉन-एसी क्लास और सभी ट्रेनों के एसी क्लास में प्रति किलोमीटर दो पैसे की बढ़ोतरी की गई है।
किराया बढ़ोतरी के प्रति लोगों की राय जानने के लिए राष्ट्र प्रेस ने देशभर के कुछ रेलवे यात्रियों से बातचीत की।
गुजरात के सूरत में बसे लोगों ने रेल मंत्रालय के इस निर्णय का स्वागत किया है। एक स्थानीय निवासी का कहना है कि 200 किलोमीटर की यात्रा पर रेलवे ने कोई किराया नहीं बढ़ाया है और जो बढ़ोतरी की गई है, उससे यात्रियों की जेब पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
एक अन्य निवासी ने बताया कि वे साल में एक-दो बार 1000 से 1500 किलोमीटर की यात्रा करते हैं और इस बढ़ोतरी से उन पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। रेलवे उस हिसाब से सुविधाएं भी प्रदान कर रहा है। टिकटों की दलाली तो 80 प्रतिशत खत्म हो गई है।
वडोदरा के एक निवासी ने साझा किया कि भले ही किराया बढ़ा है, लेकिन अधिकांश लोग नहीं जानते कि इसका आधार क्या है और वे चिंता में पड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि अधिक दूरी की यात्रा करने पर मामूली बढ़ोतरी हुई है, इससे किसी को परेशानी नहीं होगी। रोजाना यात्रा करने के कारण उन्हें नहीं लगता कि इससे किसी को कोई समस्या होगी।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अपने गांव की ट्रेन पकड़ने के लिए आए एक व्यक्ति ने बताया कि टिकट महंगे हो गए हैं। "हमारी सैलरी तो बढ़ती नहीं है, तो हम इतना पैसा कैसे खर्च करेंगे?"
जबलपुर के विजय शुक्ला, जो आमतौर पर रेल यात्रा करते हैं, ने कहा कि किराया थोड़ा बढ़ना उचित है, क्योंकि ट्रेनों में सुविधाएं भी बहुत बढ़िया हुई हैं। पहले सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता था, लेकिन अब स्थिति सुधरी है। नए कोच आ रहे हैं और यात्रा ज्यादा आरामदायक हो गई है।