क्या रेल यात्रियों को 11 वर्षों में मिली विश्व स्तरीय सुविधाएं?

Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में रेलवे में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।
- भोपाल और इंदौर में मेट्रो का शुभारंभ हो रहा है।
- प्रदेश में रेलवे के एक लाख करोड़ रुपए की योजनाएं चल रही हैं।
- वंदे भारत ट्रेन 14 राज्यों को जोड़ती है।
- उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025 का आयोजन किया जाएगा।
भोपाल, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देशवासियों को विश्व स्तरीय रेल सुविधा उपलब्ध कराई गई है। पिछले ११ वर्षों में ट्रेनों के समय पर चलने, रेलवे स्टेशनों की व्यवस्थाओं, रेल मार्गों के उन्नयन और यात्री सुविधाओं में आया सकारात्मक बदलाव क्रांति के समान है।
सीएम यादव ने कहा कि देश में बुलेट ट्रेन, सेमी हाईस्पीड ट्रेन और मेट्रो ट्रेनों का विस्तार हो रहा है। इसी क्रम में प्रदेश में इंदौर में सबसे पहले मेट्रो ट्रेन की शुरुआत की गई है। अब भोपाल में भी अक्टूबर से मेट्रो ट्रेन का शुभारंभ होने जा रहा है। पीएम मोदी को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। प्रदेश में रेलवे एक लाख करोड़ रुपए की योजनाएं चला रहा है। भोपाल के पास रायसेन जिले के उमरिया गांव में आगामी दो महीनों में रेल कोच बनाने के कारखाने का भूमि पूजन होने वाला है, जो बीएचईएल के बराबर होगा। दिल्ली-नागदा-रतलाम का चार ट्रैक का होना रेलवे के क्षेत्र में हो रहे विकास का परिचायक है। जल्द ही भोपाल से राजगढ़ होते हुए झालावाड़ के लिए रेल सुविधा शुरू होने वाली है।
मुख्यमंत्री ने भोपाल रेलवे स्टेशन पर एग्जीक्यूटिव लाउंज के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।
मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाते हुए अब भोपाल स्टेशन पर स्पेशल और वीआईपी लाउंज का शुभारंभ हो रहा है, जहां मात्र ५० रुपए में यात्रियों को सुविधा मिलेगी। वहीं, १०० रुपए में लाउंज में रीफ्रेशमेंट भी उपलब्ध होगा। भोपाल को विश्वस्तरीय रानी कमलापति स्टेशन की सौगात मिल चुकी है। रेलवे ने अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत ८४ करोड़ की लागत से प्रदेश के ६ स्टेशनों को आधुनिक बनाया है। प्रदेश से चल रही ४ वंदे भारत ट्रेन १४ राज्यों को जोड़ती है। इन स्टेशनों के १८ स्टॉपेज हैं। वंदे भारत के रखरखाव के लिए १०० करोड़ की लागत से नए कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि उज्जैन सिंहस्थ के लिए भी रेलवे सुविधाएं बढ़ाने का कार्य जारी है। रेल मंत्रालय ने इंदौर-मनमाड़ और इंदौर-दाहोद रेललाइन के लिए १८.५ हजार करोड़ की परियोजनाओं को स्वीकृति दी है। इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन शुरू होने से गुना-राजगढ़ सीधे मुंबई से जुड़ेंगे। वर्तमान में दिल्ली से मुंबई जाने वाली रेलगाड़ियां ग्वालियर, भोपाल, इटारसी और खंडवा के रास्ते गुजरती हैं। इंदौर-मनमाड़ रेललाइन शुरू होने पर दिल्ली-मुंबई रूट पर लगभग २०० से २५० किलोमीटर दूरी कम होगी, जिससे यात्रियों का समय बचेगा और प्रदेश को विकास की नई गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वर्ष २०२५ को उद्योग एवं रोजगार वर्ष के रूप में मना रही है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ, जिसमें ३० लाख करोड़ का अभूतपूर्व निवेश प्राप्त हुआ है। प्रदेश में औद्योगीकरण को नई दिशा देने के लिए राज्य सरकार संभाग स्तर पर हर सेक्टर पर केंद्रित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित कर रही है। २७ जून