क्या रेलवे ने दो वर्षों में 1,20,579 भर्तियां निकाली और 11 वर्षों में 5.08 लाख नौकरियां प्रदान कीं?
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय रेलवे ने 1,20,579 रिक्तियों की भर्ती की है।
- 2014-15 से 2024-25 में 5.08 लाख नौकरी दी गई।
- भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और बिना गड़बड़ी के सम्पन्न हुई।
नई दिल्ली, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को जानकारी दी कि भारतीय रेलवे ने कैलेंडर वर्ष 2024 और 2025 में 1,20,579 रिक्तियों के लिए भर्ती निकाली हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 2014-15 से लेकर 2024-25 तक 5.08 लाख लोगों को नौकरी दी गई है।
रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि रेलवे के आकार, स्थानिक वितरण और संचालन की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, रिक्तियों का उत्पन्न होना और भरना एक सतत प्रक्रिया है। नियमित संचालन, प्रौद्योगिकी में परिवर्तन और मशीनीकरण के लिए पर्याप्त जनशक्ति उपलब्ध कराई जाती है। रिक्तियों को मुख्य रूप से परिचालन और तकनीकी आवश्यकताओं के अनुसार भरा जाता है।
जनवरी से दिसंबर 2024 के बीच, सहायक लोको पायलट (एएलपी), तकनीशियन, उप-निरीक्षक, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में कांस्टेबल, जूनियर इंजीनियर (जेई) और अन्य श्रेणियों के लिए 92,116 रिक्तियों के लिए दस केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाएं (सीईएन) जारी की गई हैं।
इसके अतिरिक्त, वर्ष 2025 के लिए 28,463 रिक्तियों के लिए सात केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाएं भी जारी की गई हैं।
रेलवे ने बताया कि भर्ती के प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर संसाधनों का उपयोग और जनशक्ति का प्रशिक्षण शामिल होता है। सभी निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करते हुए पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया को संपन्न किया गया। इस दौरान पेपर लीक जैसी कोई गड़बड़ी नहीं हुई।
मंत्रालय के अनुसार, 2014-15 से 2024-25 में 5.08 लाख लोगों को रेलवे में नियुक्त किया गया है, जबकि 2004-05 से 2013-14 के बीच यह संख्या 4.11 लाख थी, जो यह दर्शाती है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में रेलवे में अधिक लोगों को नौकरी मिली है।