क्या राज ठाकरे की 13 साल बाद 'मातोश्री' में एंट्री ने राजनीतिक समीकरण बदल दिए?

सारांश
Key Takeaways
- राज ठाकरे की 'मातोश्री' में 13 साल बाद एंट्री।
- उद्धव ठाकरे के जन्मदिन पर शुभकामनाएं।
- सीएम फडणवीस का बयान: इसे राजनीति से न जोड़े।
- मंत्रियों के बीच संवाद की आवश्यकता।
- 'ऑपरेशन सिंदूर' का सकारात्मक प्रभाव।
नागपुर, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे के जन्मदिन के अवसर पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने 'मातोश्री' में 13 साल बाद कदम रखा। इस विशेष मुलाकात पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने उद्धव ठाकरे को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह एक खुशी का पल है कि उद्धव ठाकरे का जन्मदिन है और राज ठाकरे उन्हें बधाई देने आए हैं। इसमें राजनीति को देखने की कोई आवश्यकता नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा कि यह एक व्यक्तिगत और पारिवारिक क्षण है, जिसे राजनीतिक नजरिए से नहीं देखना चाहिए। मैं उनके स्वस्थ और लंबे जीवन की कामना करता हूं।
महाराष्ट्र में मंत्रियों के बीच हुए विवाद पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "किसी को भी इस तरह के पत्र लिखकर विवाद उत्पन्न नहीं करना चाहिए। मंत्रियों को एक-दूसरे के साथ संवाद करना चाहिए और अगर किसी को समस्या है, तो उन्हें सीधे मेरे पास आना चाहिए ताकि उसका समाधान किया जा सके।"
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' पर एक मॉड्यूल बनाने की खबर पर सीएम फडणवीस ने कहा, "यह बहुत ही सकारात्मक कदम है। 'ऑपरेशन सिंदूर' सिर्फ एक मिशन नहीं है, बल्कि यह देश को आत्मनिर्भर और गौरवशाली बनाने का प्रयास है। इससे हमें अनेक सीखने को मिलता है।"
इसके अलावा, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पुणे में हुई रेव पार्टी के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, "मुझे इस मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली है। मैं सुबह से विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त था और मुझे इसकी वास्तविक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुणे पुलिस ने एक रेव पार्टी का भंडाफोड़ किया है, जिसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ मात्रा में नशीले पदार्थ भी बरामद किए गए हैं।"