क्या राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम के व्यवहार की जांच कर रही है शिलांग पुलिस?

सारांश
Key Takeaways
- राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- शिलांग पुलिस ने परिवार से जानकारी जुटाई।
- सोनम ने आत्मसमर्पण किया है।
- राजा का शव मेघालय में मिला।
- अन्य आरोपी भी पुलिस हिरासत में हैं।
इंदौर, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में शिलांग पुलिस ने गंभीरता से कदम बढ़ाए हैं। इस सिलसिले में मंगलवार को पुलिस की एक टीम इंदौर में राजा रघुवंशी के निवास पर पहुंची। अधिकारियों ने राजा के परिवार के सदस्यों से बातचीत की और सोनम के व्यवहार और शादी के बाद उसके इंदौर में बिताए गए समय की जानकारियाँ प्राप्त कीं।
पुलिस की टीम में शामिल तीन अधिकारियों ने राजा के भाई विपिन रघुवंशी और उनकी मां से भी चर्चा की। पूछताछ के बाद, विपिन ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि तीन अधिकारी हमारे घर आए थे। उन्होंने हमसे केवल यह जानकारी ली कि सोनम जब शादी के बाद हमारे घर पर चार दिन रही थी, तब उसका व्यवहार कैसा था और उसने परिवार के सदस्यों के साथ कैसे बातचीत की थी।
विपिन ने कहा कि मैंने अधिकारियों को बताया कि हम सोनम के जेठ हैं, इसलिए हम कभी सीधे तौर पर उसके सामने नहीं जाते थे और ना ही बातचीत होती थी। मैंने उन्हें बताया कि हमने सोनम को ज्यादा देखा नहीं है, इसलिए उसके व्यवहार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते।
पुलिस ने इस दौरान राजा रघुवंशी की मां से भी पूछताछ की और यह जानने की कोशिश की कि क्या सोनम की उपस्थिति में घर में कोई असामान्य गतिविधि या तनाव देखने को मिला था।
गौरतलब है कि 2 जून को सोनम के पति राजा रघुवंशी का शव मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में एक गहरी खाई से बरामद किया गया था। पति की लाश मिलने के कुछ दिन बाद सोनम ने 7 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और उसे सड़क मार्ग से पटना, फिर कोलकाता और अंत में गुवाहाटी ले जाया गया।
गुवाहाटी एयरपोर्ट से उसे शिलांग के सदर थाने लाया गया। बाकी चार आरोपियों को भी शिलांग लाया गया। 11 जून को सभी आरोपियों को शिलांग जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।
कोर्ट में पेशी से पहले सोनम ने पति राजा रघुवंशी की मौत में अपनी भूमिका को स्वीकार कर लिया था। मेघालय पुलिस ने जब उसके प्रेमी राज कुशवाह से उसका आमना-सामना कराकर पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।