क्या राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम और राज को न्यायिक हिरासत मिली?

सारांश
Key Takeaways
- सोनम और राज को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
- राजा रघुवंशी का शव 2 जून को बरामद हुआ।
- सोनम को मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
- हत्याकांड में पांच आरोपी शामिल हैं।
- शादी 11 मई को हुई थी।
शिलांग, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। राजा रघुवंशी हत्याकांड में गिरफ्तार सोनम और राज को शनिवार को शिलांग कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान पुलिस ने दोनों आरोपियों की रिमांड की मांग नहीं की, जिससे कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इससे पहले, 19 जून को हत्याकांड में शामिल सभी पांचों आरोपियों को रिमांड समाप्त होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया था। इस मौके पर कोर्ट ने सोनम और राज की रिमांड को दो दिन के लिए बढ़ाने का आदेश दिया और तीन आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि राजा रघुवंशी (28) और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी (24) को 23 मई को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा (चेरापूंजी) के नोंग्रियाट गांव में एक होमस्टे से चेक आउट करने के कुछ घंटों बाद लापता पाया गया था। बाद में राजा रघुवंशी का शव बरामद किया गया।
इस मामले की जांच में, सभी पांचों आरोपियों - सोनम और चार अन्य, जिनमें सोनम का प्रेमी राज सिंह कुशवाह (21), आनंद सिंह कुर्मी (23), आकाश राजपूत (19) और विशाल सिंह चौहान (22) शामिल थे, को 11 जून को शिलांग के जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया था। अदालत ने सभी पांचों आरोपियों को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
सोनम और राजा की शादी 11 मई को इंदौर (मध्य प्रदेश) में हुई थी और 20 मई को हनीमून के लिए दोनों गुवाहाटी होते हुए मेघालय पहुंचे थे।
इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी का क्षत-विक्षत शव 2 जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा-चेरापूंजी इलाके में वेई सावडोंग पार्किंग स्थल के नीचे एक खाई से बरामद किया गया था। मामले की जांच में जब आगे बढ़ी, तो शक की सुई सोनम की तरफ मुड़ गई। इसी बीच सोनम ने यूपी के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि इस घटना के पीछे सोनम ही मास्टरमाइंड थी।