क्या रांची में प्रतिबंधित मांस लदे दो ट्रक जब्त हुए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- रांची पुलिस ने प्रतिबंधित मांस के खिलाफ कार्रवाई की।
- दो ट्रक जब्त किए गए, जिसमें गोवंशीय मांस था।
- चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- फॉरेंसिक जांच से मांस की प्रकृति की पुष्टि की जा रही है।
- झारखंड में 2005 से प्रतिबंध लागू है।
रांची, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। रांची पुलिस ने प्रतिबंधित मांस के कारोबार के खिलाफ बुधवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। लोअर बाजार थाना क्षेत्र से प्रतिबंधित मांस से भरे दो ट्रक पकड़े गए। इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया।
रांची के एसएसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि लोअर बाजार इलाके की आजाद बस्ती में अवैध रूप से प्रतिबंधित मांस की एक बड़ी खेप लाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसने छापेमारी कर दोनों ट्रकों को पकड़ लिया।
बताया जा रहा है कि जब्त ट्रकों में बड़ी मात्रा में गोवंशीय मांस भरा था। पुलिस ने मौके से हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है, जबकि अवैध कारोबार के मुख्य सरगना और आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जब्त मांस को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है, ताकि उसकी प्रकृति की आधिकारिक पुष्टि हो सके। जांच में यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह मांस कहां से लाया गया था और किस जगह भेजा जाना था।
उल्लेखनीय है कि झारखंड में 2005 से गोवंश की हत्या और उसके मांस के व्यापार पर प्रतिबंध लागू है। यह प्रतिबंध ‘झारखंड गौवंशीय पशु हत्या प्रतिषेध अधिनियम, 2005’ के तहत लागू किया गया था।
इस कानून के बाद रांची के डोरंडा और कांटाटोली स्थित वधशालाएं बंद कर दी गई थीं। हालांकि, सूत्रों के अनुसार शहर के कुछ इलाकों जैसे गुदड़ी बाजार, आजाद बस्ती और हिंदपीढ़ी में अब भी यह अवैध कारोबार चोरी-छिपे जारी है। पुलिस ऐसे लोगों की शिनाख्त में जुटी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी जांच की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।