क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 नवंबर को जल संचय पुरस्कार प्रदान करेंगी?

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क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 नवंबर को जल संचय पुरस्कार प्रदान करेंगी?

सारांश

जल शक्ति मंत्रालय ने जल संचय जन भागीदारी पहल के तहत पुरस्कारों की घोषणा की है। राष्ट्रपति मुर्मू 18 नवंबर को पुरस्कार वितरित करेंगी। जानिए इस पहल के महत्व और पुरस्कारों के बारे में।

Key Takeaways

  • जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पुरस्कारों की घोषणा।
  • राष्ट्रपति 18 नवंबर को पुरस्कार प्रदान करेंगी।
  • 100 पुरस्कारों का वितरण, जिसमें विभिन्न राज्य और संगठन शामिल हैं।
  • सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य।
  • जल संरक्षण के लिए कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं का महत्व।

नई दिल्ली, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जल शक्ति मंत्रालय ने जल संचय जन भागीदारी (जेएसजेबी) पहल के अंतर्गत उत्कृष्टता दिखाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के लिए प्रथम पुरस्कारों की घोषणा की है। यह पुरस्कार 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन (जेएसए : वर्षा जल संचयन)' के तहत एक प्रमुख समुदाय-संचालित कार्यक्रम है। राष्ट्रपति, वर्ष 2025 के लिए छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार के साथ, 18 नवंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में इन पुरस्कारों का वितरण करेंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल शक्ति के लिए जन शक्ति के दृष्टिकोण से प्रेरित, जल संचय जन भागीदारी पहल 6 सितंबर 2024 को सूरत, गुजरात में आरंभ की गई थी। यह पहल जमीनी स्तर पर प्रबंधन सहभागिता और सतत जल प्रशासन को बढ़ावा देती है और समुदाय, कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी और कम लागत के 3सी मंत्र से प्रेरित है।

राज्यों को प्रत्येक में कम से कम 10,000 कृत्रिम पुनर्भरण और जल भंडारण संरचनाएं स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों के लिए यह लक्ष्य 3,000 है, जबकि शहरी क्षेत्रों के लिए यह 10,000 का है। इसमें छतों पर वर्षा जल संचयन और झीलों, तालाबों तथा बावड़ियों का पुनरुद्धार शामिल है।

शहरी जल संरक्षण के प्रयासों को मजबूती प्रदान करने के लिए, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने जल शक्ति मंत्रालय के साथ साझेदारी की है। इसके तहत शहरी स्थानीय निकायों को लगभग 2,000 पुनर्भरण संरचनाएं बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

इस वर्ष पहले जल संचय जन भागीदारी (जेएसजेबी) सम्मान के तहत कुल 100 पुरस्कारों की घोषणा की गई है। इसमें तीन शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य, 67 जिले, छह नगर निगम, एक शहरी स्थानीय निकाय, दो सहयोगी मंत्रालय, दो उद्योग, तीन गैर सरकारी संगठन, दो परोपकारी और 14 नोडल अधिकारी शामिल हैं। पुरस्कार विजेताओं का चयन जेएसजेबी पोर्टल पर अपलोड किए गए सत्यापित आंकड़ों के आधार पर किया गया है।

भारत सरकार ने कृत्रिम भूजल पुनर्भरण संरचनाओं के निर्माण और रखरखाव में उल्लेखनीय प्रगति करने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों को पुरस्कार प्रदान कर जल संचयन के लिए प्रोत्साहित किया है। निर्धारित समय सीमा में 10 लाख ऐसी संरचनाओं के निर्माण के लक्ष्य के मुकाबले समय से पहले ही 27.6 लाख संरचनाओं का निर्माण किया गया है।

इस कार्य में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले श्रेणी एक के जिलों को 2 करोड़ रुपए प्रति जिले से पुरस्कृत किया जाएगा, जबकि श्रेणी 2 और 3 के जिलों को क्रमशः 1 करोड़ और 25 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। अन्य जिलों को भी प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित किया जाएगा।

प्रत्येक पुरस्कार विजेता को जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनरुद्धार विभाग सचिव की ओर से हस्ताक्षरित एक प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया जाएगा। जल संचय जन भागीदारी (जेएसजेबी) पहल ने सामुदायिक भागीदारी और संसाधनों के मेल से कृत्रिम भूजल पुनर्भरण के लिए विविध, मापनीय और अनुकरणीय मॉडल स्थापित किया है।

Point of View

बल्कि यह सामुदायिक भागीदारी को भी बढ़ावा देती है। जल संकट के इस दौर में, इस प्रकार के प्रयास देश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
NationPress
11/11/2025

Frequently Asked Questions

जल संचय जन भागीदारी पुरस्कार क्या हैं?
ये पुरस्कार जल संचय और जल संरक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को दिए जाते हैं।
राष्ट्रपति कब पुरस्कार प्रदान करेंगी?
राष्ट्रपति 18 नवंबर को पुरस्कार प्रदान करेंगी।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य जल संरक्षण में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना है।
कितने पुरस्कार दिए जाएंगे?
इस वर्ष कुल 100 पुरस्कार दिए जाएंगे।
इन पुरस्कारों के लिए चयन कैसे किया गया है?
पुरस्कार विजेताओं का चयन जेएसजेबी पोर्टल पर अपलोड किए गए सत्यापित आंकड़ों के आधार पर किया गया है।