क्या रजा मुराद ने सोशल मीडिया पर 'बंद दरवाजा' की डरावनी कहानी साझा की?

सारांश
Key Takeaways
- रजा मुराद का भूत का किरदार
- फिल्म का निर्देशन श्याम और तुलसी रामसे ने किया
- कुनिका और अन्य कलाकारों का शानदार अभिनय
- हॉरर-ड्रामा की अनोखी कहानी
- 34 साल पुरानी फिल्म अभी भी ताजा है
मुंबई, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेता रजा मुराद सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता और पुराने दिनों की यादों को साझा करते रहते हैं। गुरुवार को उन्होंने अपनी हॉरर फिल्म 'बंद दरवाजा' के एक ड्रामेटिक सीन को अपने प्रशंसकों के साथ साझा किया।
रजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फिल्म का एक क्लिप पोस्ट किया, जिसमें कैप्शन में लिखा, "'बंद दरवाजा' फिल्म के एक ड्रामेटिक सीन में, मैंने एक भूत का किरदार निभाया था। उस सीन में मैं (अरुणा इरानी के साथ) कुनिका (जो अब बिग बॉस में हैं) को बहकाने की कोशिश करता हूं। मैं उसे अपने ग्रुप में शामिल होने के लिए उकसाता हूं, ताकि वह अपने गलत करने वालों से बदला ले सके।"
1990 में रिलीज हुई हॉरर-ड्रामा फिल्म 'बंद दरवाजा' का निर्देशन श्याम रामसे और तुलसी रामसे ने किया था। इस फिल्म में कुनिका, चेतना दास, मंजीत कुल्लर, अरुणा इरानी, अनिरुद्ध अग्रवाल और हश्मत खान जैसे कलाकारों ने शानदार अभिनय किया।
'बंद दरवाजा' न केवल दर्शकों की पसंद बनी, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी सुपरहिट रही। फिल्म ने अपनी लागत से दोगुने से ज्यादा की कमाई की थी। इसकी अनोखी कहानी और हॉरर सीन्स ने दर्शकों को खूब मनोरंजन किया था।
फिल्म की कहानी एक ऐसी महिला के इर्द-गिर्द घूमती है, जो गर्भवती नहीं हो पाती और इस बात से गहरे दुख में है। इसी दौरान उसे एक रहस्यमयी व्यक्ति से मुलाकात कराई जाती है, जो उसे गर्भवती होने में मदद करने का वादा करता है, लेकिन एक शर्त के साथ।
शर्त यह है कि अगर बेटी हुई तो वह उसे रखेगा और अगर बेटा हुआ तो महिला उसे रख सकती है। महिला इस शर्त को मान लेती है और गर्भवती होने के बाद एक बेटी को जन्म देती है, हालांकि बाद में वह अपनी बेटी को देने से इनकार कर देती है। यहीं से कहानी डरावने मोड़ पर चली जाती है और एक भयानक हॉरर ड्रामा शुरू होता है।
34 साल पुरानी यह फिल्म आज भी अपनी कहानी और प्रस्तुति के कारण ताजा लगती है।