क्या दुनिया में अच्छे लोग आज भी मौजूद हैं? जब सुनसान रास्ते पर फंसे रोहित रॉय की अजनबी ने की मदद
सारांश
Key Takeaways
- इंसानियत अभी भी ज़िंदा है।
- दयालुता समाज की असली ताकत है।
- एक छोटी मदद भी बड़ी राहत बन सकती है।
- आपसी सहयोग से दुनिया बेहतर बन सकती है।
- बिना जान-पहचान के मदद करने वाले लोग हमारे समाज में महत्वपूर्ण हैं।
मुंबई, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता रोहित रॉय लंबे समय से अभिनय की दुनिया का एक जाना-पहचाना नाम रहे हैं। छोटे पर्दे से लेकर सिनेमा और डिजिटल प्लेटफार्म तक, उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में एक खास स्थान बनाया है। हाल ही में रोहित रॉय किसी फिल्म या किरदार की वजह से नहीं, बल्कि एक निजी अनुभव के चलते चर्चा में हैं।
असल में, अभिनेता एक बड़ी मुश्किल में फंस गए थे, तब एक आम इंसान ने उनकी मदद की और इंसानियत की एक अद्भुत मिसाल पेश की।
रोहित रॉय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि वे सफर के दौरान एक बड़ी समस्या का सामना कर रहे थे। उनकी गाड़ी खराब हो गई थी और चारों ओर कोई नहीं था। सुनसान इलाकों में, मदद की कोई उम्मीद नहीं थी। ऐसे समय में अक्सर इंसान घबरा जाता है और खुद को अकेला महसूस करता है। इसी कठिन घड़ी में उनकी मुलाकात अविनाश नाम के एक व्यक्ति से हुई, जिसने बिना किसी जान-पहचान के उनकी सहायता के लिए हाथ बढ़ाया।
अभिनेता ने कहा, "अविनाश ने मुझे लिफ्ट दी और खाना भी खिलाया। मेरी गाड़ी ठीक होने में बहुत समय लगने वाला था, लेकिन वह मेरे साथ खड़े रहे। उन्होंने मुझे अकेला नहीं महसूस होने दिया और एक दोस्त की तरह हौसला बनाए रखा।"
रोहित रॉय ने कहा कि ऐसी घटनाएं ही यह विश्वास दिलाती हैं कि दुनिया में अच्छे लोग आज भी मौजूद हैं। ऐसे लोग समाज की असली ताकत होते हैं।
रोहित ने अविनाश का धन्यवाद किया और कहा कि वह उनकी मदद को कभी नहीं भूलेंगे।
वीडियो के साथ रोहित रॉय ने कैप्शन में लिखा, "जब इंसान अकेला और परेशान होता है, तब किसी अजनबी की छोटी-सी मदद भी बहुत बड़ी राहत बन जाती है। मेरी सभी लोगों से अपील है कि वे एक-दूसरे के प्रति दयालु रहें, खासकर उन लोगों के प्रति जिन्हें वे जानते तक नहीं हैं। अगर हर व्यक्ति अच्छा व्यवहार करे, तो दुनिया अपने आप बेहतर बन सकती है।"