क्या रोजगार मेले में पीएम मोदी से नियुक्ति पत्र पाकर युवाओं में खुशी की लहर आई? विकसित भारत विजन में क्या करेंगे योगदान?
सारांश
Key Takeaways
- नियुक्ति पत्र से युवाओं में खुशी की लहर।
- रोजगार मेले का आयोजन देश का भविष्य संवारने में मदद करेगा।
- प्रधानमंत्री मोदी का निर्णय युवाओं को प्रोत्साहित करता है।
- चयन प्रक्रिया पारदर्शी थी।
- भारत की वर्किंग आबादी का सही उपयोग।
नई दिल्ली, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रोजगार मेले में ५१,००० से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इन नियुक्ति पत्रों को पाकर युवाओं ने खुशी का इजहार किया।
खान मंत्रालय में जियोसाइंटिस्ट के रूप में शामिल हुए भीम चंद गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नियुक्ति पत्र पाना मेरे लिए गर्व की बात है। किसी भी देश को अपने डेमोग्राफिक डिविडेंड का फायदा उठाना आवश्यक है। भारत की वर्किंग आबादी दुनिया में सबसे अधिक है। ऐसे रोजगार मेले इसका सही इस्तेमाल करने में मदद करते हैं। इससे विकसित भारत के विजन को साकार करने में सहायता मिलेगी।
दिल्ली पुलिस में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (स्टेनोग्राफर) का नियुक्ति पत्र पाने वाले विनय फलवारिया ने कहा कि आज मेरे लिए बहुत खुशी का दिन है। प्रधानमंत्री ने हमें यह अवसर दिया है। इससे आने वाली युवा पीढ़ी को भी प्रोत्साहन मिलेगा। सभी परिवार, गुरुजन और अन्य सभी बहुत खुश हैं।
एनटीआरटी में असिस्टेंट प्रोफेसर का नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले मनीष शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा रोजगार मेलों का आयोजन करना एक अत्यंत अच्छा निर्णय है। इससे युवाओं को विकसित भारत विजन में योगदान देने का मौका मिल रहा है।
खान मंत्रालय के तहत केमिस्ट पोस्ट पर नियुक्त होने वाले हितेश मौर्या ने कहा कि मेरे लिए यह खुशी का अवसर है। रोजगार मेले एक बहुत अच्छा कार्यक्रम हैं। इतने बड़े मंच पर आना मेरे लिए विशेष बात है। इससे आने वाली पीढ़ी को प्रोत्साहन मिलेगा।
एक अन्य प्रतिभागी आदित्य सिंह ने कहा कि चयन प्रक्रिया पूर्णत: पारदर्शी थी और इस तरह के कार्यक्रम बहुत अच्छे हैं।
१७वां रोजगार मेला देशभर में ४० स्थानों पर आयोजित किया गया था। इसमें लगभग ५१,००० चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिए गए। पीएम मोदी ने इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।