क्या बिहार के सहरसा में इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- सहरसा में इनामी अपराधी की गिरफ्तारी से कानून व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है।
- एसटीएफ की तत्परता ने हत्या की योजना को विफल किया।
- गिरफ्तार अपराधियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं।
- पुलिस अन्य अपराधियों के अपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।
- यह घटना समाज में सुरक्षा की भावना को मजबूत कर सकती है।
मधेपुरा, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सहरसा में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की एक विशेष टीम और मधेपुरा पुलिस ने मिलकर छापेमारी की और सहरसा जिले के वांछित अपराधी प्रवीण कुमार उर्फ कारी यादव को पकड़ लिया।
इस कार्रवाई के दौरान उसके पांच साथी भी गिरफ्तार किए गए हैं। इनके पास से कई हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार कारी यादव पर 25 हजार का इनाम घोषित था।
सूचना मिली थी कि कुछ अपराधी नगर थाना क्षेत्र में किसी मिनिस्टर नाम के व्यक्ति की हत्या करने की योजना बना रहे थे। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ और मधेपुरा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और सभी अपराधियों को पकड़कर हत्या की योजना को नाकाम कर दिया।
गिरफ्तार किए गए अन्य अपराधियों में मधेपुरा सदर निवासी भूपेंद्र यादव, सुपौल जिला निवासी रमेश यादव, रतनपुर निवासी दिनेश यादव, सौर बाजार निवासी पप्पू कुमार और दुबही चमड़ाही, थाना सौर बाजार निवासी दिलखुश कुमार शामिल हैं। इस मामले में मधेपुरा नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, इनके पास से तीन देसी कट्टा, दो मास्केट और कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अतिरिक्त, दो मोबाइल फोन और दो मोटरसाइकिल भी जब्त की गई हैं। अपराधी प्रवीण कुमार उर्फ कारी यादव के खिलाफ सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिले के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी, लूट और डकैती सहित 11 मामलों में प्राथमिकी दर्ज हैं। पुलिस अन्य गिरफ्तार लोगों के अपराधिक इतिहास का पता लगा रही है और उनसे पूछताछ जारी है।