क्या बरेली जा रहे समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन को पुलिस ने मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोका?

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क्या बरेली जा रहे समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन को पुलिस ने मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोका?

सारांश

समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल बरेली की यात्रा पर निकला था, लेकिन मेरठ एक्सप्रेसवे पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। यह घटना उस समय हुई जब 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद के बाद प्रतिनिधिमंडल बरेली में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखने के लिए जा रहा था।

Key Takeaways

  • सपा प्रतिनिधिमंडल बरेली में कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने निकला था।
  • पुलिस ने सुरक्षा कारणों से उन्हें मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोका।
  • प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसदों का कहना है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।

नई दिल्ली/लखनऊ, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद के बाद बरेली की यात्रा पर निकले समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को मेरठ एक्सप्रेसवे पर पुलिस ने रोक दिया है। सपा सांसद हरेंद्र मलिक के साथ मोहिबुल्लाह और इकरा हसन शनिवार को दिल्ली से बरेली के लिए निकल चुके थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया।

सपा सांसद मोहिबुल्लाह ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "बरेली में कानून और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक खास समुदाय के लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। पार्टी के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल उन लोगों को देखने के लिए जा रहा है।"

उन्होंने कहा कि यह नफरत और भेदभाव के खिलाफ लड़ाई है, जिसमें समाजवादी पार्टी की जीत होगी। मोहिबुल्लाह ने यह भी कहा कि पुलिस ने बैरिकेडिंग की है, लेकिन हम लोग बरेली जाकर रहेंगे।

पुलिस की तरफ से रोके जाने पर सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि अपने देश और प्रदेश में जाने पर भी हमारे साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "अगर आतंकवादियों के साथ भी इस तरह का व्यवहार होता तो पुलवामा और पहलगाम अटैक न होते। उन्हें रोका जाना चाहिए था, यही असली बहादुरी थी।"

हरेंद्र मलिक ने कहा, 'हम बरेली में लोगों के घाव पर मरहम लगाने के लिए जा रहे हैं। प्रदेश में जो सरकार की विचारधारा के लोग नहीं हैं, उन्हें टारगेट करने की कोशिश की जा रही है।'

सांसद इकरा हसन ने कहा कि बरेली में जो हालात बनाए गए हैं, उन्हें देखते हुए सभी के मन में चिंता है। लगातार एक समुदाय को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 'आई लव मोहम्मद' यह एक पॉजिटिव संदेश है। इसमें नफरत वाली कोई बात नहीं है, लेकिन इससे चिढ़ने के कारण प्रशासन कार्रवाई कर रहा है और इसमें सत्ता का हाथ है।

समाजवादी पार्टी ने बरेली में प्रदर्शनकारियों के ऊपर लाठीचार्ज के बाद उनसे मुलाकात के लिए 14 सांसदों और विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला लिया था। इसमें समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे भी शामिल हैं। हालांकि, इन दोनों नेताओं को बरेली निकलने से पहले ही उनके घर में नजरबंद किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है।

Point of View

मेरा मानना है कि इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि क्या हमारा लोकतंत्र सही दिशा में जा रहा है। समाज में भेदभाव और प्रताड़ना की घटनाएं चिंता का विषय हैं। हमें इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कानून और संविधान का पालन हो।
NationPress
04/10/2025

Frequently Asked Questions

समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल किस कारण से बरेली जा रहा था?
प्रतिनिधिमंडल बरेली में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद के बाद उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए जा रहा था।
पुलिस ने प्रतिनिधिमंडल को क्यों रोका?
पुलिस ने प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षा कारणों से मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोका।
क्या यह घटना राजनीतिक विवाद का हिस्सा है?
हाँ, यह घटना राजनीतिक विवाद का हिस्सा है और समाजवादी पार्टी का मानना है कि यह भेदभाव का एक उदाहरण है।