क्या संजय राउत को मुख्यमंत्री फडणवीस की आलोचना करने का अधिकार है?

सारांश
Key Takeaways
- संजय राउत की आलोचना पर विजय चौधरी का तीखा जवाब
- महापालिका को लूटने का आरोप
- महाराष्ट्र का विकास मोदी और फडणवीस के नेतृत्व में
- शिवसेना (यूबीटी) का वोट बैंक और कार्यप्रणाली
- शरद पवार की विश्वसनीयता पर सवाल
नंदुरबार, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा महासचिव विजय चौधरी ने शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के हालिया बयान पर कड़ा जवाब दिया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मुंबई महापालिका को गुजरातियों के हाथ में देने के प्रयास पर उन्होंने कहा कि राउत को आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने महापालिका को लूटने का कार्य किया है।
विजय चौधरी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि संजय राउत को फडणवीस की आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है, इसलिए उन्हें अपनी आलोचना बंद कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने हमेशा मराठी का नारा देकर वोट हासिल किया, लेकिन मराठी समाज और जनजाति के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन्होंने मुंबई महापालिका को डुबोने का काम किया है और महापालिका में अलग-अलग टैक्स के रूप में मराठी लोगों के पैसे आए।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र का विकास हो रहा है। 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के सिद्धांत के अनुसार हमारे नेता महाराष्ट्र को आगे बढ़ा रहे हैं। यह विकास उन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा है, इसलिए वे जानबूझकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा महासचिव ने राज्य की मौजूदा महायुति सरकार की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण के नेतृत्व पर जनता का विश्वास है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दूसरे दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जनता का विश्वास खो दिया है। फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र का विकास बड़े पैमाने पर हो रहा है। एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है, यह पूरे देश ने देखा है। शरद पवार के बोलने पर किसे विश्वास है? वे क्या कहते हैं और क्या करते हैं?