क्या सावन में विश्वनाथ मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ेगा? प्रशासन ने किए हैं विशेष इंतजाम!

सारांश
Key Takeaways
- सावन में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है।
- प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं।
- ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था उपलब्ध है।
- पुष्प वर्षा का आयोजन होगा।
- पिछले वर्ष एक करोड़ श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया था।
वाराणसी, 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महादेव की दिव्य नगरी काशी विश्वनाथ मंदिर में हर दिन श्रद्धालुओं की एक बड़ी भीड़ देखने को मिलती है, लेकिन सावन में यह दृश्य और भी विशेष हो जाता है। चारों ओर शिवभक्त होते हैं और सबके मुंह पर 'हर हर महादेव' का निरंतर जाप होता है।
सावन के दौरान प्रशासन
काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने राष्ट्रीय प्रेस को बताया, "सावन को ध्यान में रखते हुए भीड़ नियंत्रण के लिए हमने अपने एसओपी को लागू कर दिया है, जिसमें बैरिकेडिंग और अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं। श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, ओआरएस घोल और खानपान की उचित व्यवस्था की गई है। पांच स्थानों पर हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई हैं। आरोग्य केंद्र संचालित हैं और गुड़-पानी की भी व्यवस्था की गई है।"
उन्होंने आगे बताया, "किसी भी अप्रिय स्थिति में एक इंटरनल टीम बनाई गई है। जो लोग मंदिर नहीं आ सकते, उनके लिए ऑनलाइन माध्यमों से दर्शन की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। दैनिक आरती का भी प्रसारण किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।"
सीईओ ने यह भी कहा, "प्रत्येक सावन के सोमवार को श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाती है और इस बार भी ऐसा ही किया जाएगा। पहले सोमवार को यादव बंधुओं का एक दल आता है, जो बाबा का दर्शन करता है। नगरवासियों से अपील की जाती है कि वे पहले दिन कम संख्या में आएं और यादव बंधुओं को दर्शन करके जाने दें।"
गौरतलब है कि 11 जुलाई से सावन माह की शुरुआत हो रही है। सावन में भगवान शिव की नगरी काशी में श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ता है। पिछले वर्ष सावन में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदिर में जलाभिषेक किया था, जबकि इस बार यह संख्या और भी बढ़ने का अनुमान है।