क्या हरे निशान में खुले सेंसेक्स और निफ्टी, मेटल शेयरों में तेजी दर्शा रहे हैं?

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क्या हरे निशान में खुले सेंसेक्स और निफ्टी, मेटल शेयरों में तेजी दर्शा रहे हैं?

सारांश

अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से उभरी नई उम्मीदों के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त देखने को मिली है। जानिए कैसे मेटल शेयरों ने बाजार को उन्नति की ओर अग्रसर किया और क्या हैं इसके पीछे के कारण।

Key Takeaways

  • सेंसेक्स 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुला।
  • निफ्टी ने 0.29 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
  • बीएसई स्मॉलकैप और मिडकैप में भी बढ़त हुई।
  • निफ्टी मेटल में 1.57 प्रतिशत का उछाल देखा गया।
  • विदेशी निवेशकों ने बिकवाली की, जबकि घरेलू निवेशकों ने खरीदारी की।

मुंबई, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के चलते फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं, जिसके कारण बुधवार को भारतीय बेंचमार्क सूचकांक बढ़त के साथ खुले।

प्रारंभिक कारोबार में सेंसेक्स 0.22 प्रतिशत या 179 अंक की वृद्धि के साथ 80,414 अंक पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 70 अंक या 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,557 अंक पर स्थित है।

व्यापक बाजार सूचकांकों ने बेंचमार्क सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए बीएसई स्मॉलकैप में 0.65 प्रतिशत और बीएसई मिडकैप में 0.64 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।

सेक्टोरल फ्रंट पर, निफ्टी मेटल में 1.57 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी में 0.76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अन्य अधिकांश सूचकांक में 0.10 से 0.40 प्रतिशत के बीच मामूली बदलाव देखने को मिला है।

निफ्टी में अपोलो हॉस्पिटल्स 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ शीर्ष लाभकारी रहा, इसके बाद हिंडाल्को और टाटा मोटर्स का स्थान रहा। जबकि टॉप लूजर्स में मारुति सुजुकी 0.51 प्रतिशत लुढ़क गया, इसके बाद टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक का नाम आया।

विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए कठोर टैरिफ और अमेरिका-भारत संबंधों में तनाव ने मार्केट सेंटीमेंट पर असर डाला है।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "इसका परिणाम यह हुआ है कि शॉर्ट पोजीशन बढ़ गई हैं, जिससे बाजार नीचे की ओर जा रहा है। धीमी आय वृद्धि, उच्च मूल्यांकन और वित्त वर्ष 26 के लिए 8-10 प्रतिशत की आय वृद्धि का मामूली अनुमान बियर को अपनी शॉर्ट पोजीशन बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहा है। अचानक सेंटीमेंट में बदलाव से शॉर्ट कवरिंग हो सकती है और बाजार में तेज सुधार संभव है।"

चॉइस ब्रोकिंग की अमृता शिंदे ने कहा, "डेली चार्ट एक लॉन्ग अप्पर विक के साथ बियरिश कैंडल के निर्माण को दर्शाता है, जो उच्च स्तरों पर बिकवाली के दबाव को दर्शाता है। प्रमुख समर्थन स्तर 24,400 और 24,300 पर हैं, और इन स्तरों से नीचे टूटने पर गिरावट 24,000 क्षेत्र की ओर बढ़ सकती है। 24,600 क्षेत्र पर तत्काल प्रतिरोध देखा जा रहा है।"

नवीनतम अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से यह उम्मीद बढ़ी है कि फेडरल रिजर्व अगले महीने ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिसके बाद एशिया-प्रशांत बाजार काफी हद तक हरे निशान में रहे।

अमेरिकी बाजारों में, डाउ जोंस 1.11 प्रतिशत, एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.13 प्रतिशत और नैस्डैक कंपोजिट 1.39 प्रतिशत बढ़ा।

सभी प्रमुख एशियाई बाजार मजबूती के साथ हरे निशान में रहे। जापान का निक्केई 2.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ नए पीक पर पहुंच गया। चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.44 प्रतिशत और शेन्जेन कंपोजिट में 1.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स में 1.81 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 0.63 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को अपनी बिकवाली का सिलसिला जारी रखते हुए 3,398.80 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 3,507.93 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि वैश्विक घटनाओं का हमारे बाजारों पर गहरा असर होता है। विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है। हमें सतर्क रहना होगा और बाजार की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

सेंसेक्स और निफ्टी में हालिया वृद्धि का कारण क्या है?
यह वृद्धि अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के चलते फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से प्रेरित है।
क्या मेटल शेयरों में तेजी जारी रहेगी?
विश्लेषकों का मानना है कि मेटल शेयरों में तेजी के संकेत सकारात्मक हैं, लेकिन बाजार की स्थिति पर निर्भर करेगा।
शेयर बाजार में निवेश करने का सही समय क्या है?
निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव पर नजर रखनी चाहिए और अपनी निवेश रणनीति को सावधानीपूर्वक बनाना चाहिए।