क्या पहली वंदे भारत ट्रेन के लोको पायलट ने 'कौन बनेगा करोड़पति' में 25 लाख जीते?
सारांश
Key Takeaways
- रणधीर सिंह की बुद्धिमत्ता ने उन्हें 25 लाख रुपये जीतने में मदद की।
- वंदे भारत ट्रेन के पहले लोको पायलट रहे हैं।
- ऐसे शो युवाओं को प्रेरित करते हैं।
- संघर्ष और मेहनत से सफलता संभव है।
- जीवंत अनुभव साझा करना महत्वपूर्ण है।
बठिंडा, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता अमिताभ बच्चन के लोकप्रिय क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति' ने अनेक लोगों की किस्मत बदल दी है। हाल ही में पंजाब के बठिंडा निवासी रणधीर सिंह ने इस शो में 25 लाख रुपये की राशि जीतकर सबको हैरान कर दिया।
रणधीर सिंह अकेले हॉट सीट पर नहीं बैठे, बल्कि अपनी पत्नी के साथ गए थे। इस दंपत्ति ने अपनी बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करते हुए सवालों के जवाब देकर 25 लाख तक का सफर तय किया। रणधीर सिंह और उनकी पत्नी को केबीसी के 95 एपिसोड में देखा गया। राष्ट्र प्रेस के साथ खास बातचीत में उन्होंने शो और अपनी व्यक्तिगत जिंदगी के बारे में चर्चा की। रणधीर सिंह ने बताया कि वे रेलवे डिपार्टमेंट में ट्रेन ड्राइवर के रूप में कार्यरत हैं और वे पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने वंदे भारत ट्रेन चलाई थी।
उन्होंने कहा, "जिस वंदे भारत एक्सप्रेस को पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी, उस ऐतिहासिक पल का मैं भी गवाह रहा था।" उन्होंने यह भी कहा कि "मैं साल 2000 से कौन बनेगा करोड़पति के एपिसोड देख रहा हूं और शो में भाग लेने के लिए कई वर्षों से तैयारी कर रहा था। अब जाकर मुझे शो का हिस्सा बनने का मौका मिला।"
रणधीर सिंह को लिखने और गाने का भी शौक है। कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख के सवाल पर उन्होंने बताया कि सवाल था कि नंबर-1 फॉर्मूला रेसिंग के माइकल शूमाकर के फिजिकल कोच कौन थे। उस समय हमें सवाल का सही जवाब नहीं पता था, लेकिन बाद में हमने बलवीर सिंह का नाम लिया। यह निर्णय दोनों पति-पत्नी का था और हमारा जवाब सही निकला।
उन्होंने आगे बताया कि 50 लाख का सवाल और भी कठिन था, इसलिए हमने खेल को वहीं समाप्त करने का निर्णय लिया। कौन बनेगा करोड़पति जैसे शो को लेकर रणधीर सिंह ने कहा कि बुद्धि के विकास के लिए ऐसे शो का होना अत्यंत आवश्यक है। ये युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं और हर आयु वर्ग का व्यक्ति अपनी किस्मत आजमा सकता है।